दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में रविवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को CBI ने गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आशंका जताई थी कि मनीष सिसोदिया को रविवार को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया था कि मनीष सिसोदिया की तरफ से जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा. सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि मनीष सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे इस कारण उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा.
क्यों उठे शराब नीति पर सवाल?
1. थोक लाइसेंस धारकों का कमीशन बढ़ाकर 12% फ़िक्स किया
2. बड़ी कंपनियों की मोनॉपोली बढ़ाने के आरोप लगे
3. शराब सरकारी दुकानें नहीं केवल निजी दुकानें बेचेंगी
4. शराब दुकानदार भारी रियायत पर शराब बेच रहे थे
5. पहले से ज़्यादा बड़ी दुकानें खुलीं, चर्चा बढ़ी
ये पूरा मसला है क्या और क्या रहा है पूरा घटनाक्रम-
मार्च 2021- मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति का एलान किया- नई शराब नीति की ख़ास बातें
\\\ अब शराब बस निजी क्षेत्र बेचेगा
\\\ न्यूनतम 500 वर्ग फ़ुट क्षेत्र में खुलेगी दुकान
\\\ दुकान का कोई भी काउंटर सड़क पर नहीं होगा
\\\ दिल्ली में शराब की दुकानों का समान वितरण
\\\ कुल दुकाने 850 थीं, उतनी ही रहेंगी
\\\ नई नीति से राजस्व 1500-2000 करोड़ रु बढ़ने की उम्मीद थी
\\\ नवंबर 2021 - नई शराब नीति लागू
\\\ मई 2022 - नए LG ने ज़िम्मा संभाला, मुख्य सचिव को जांच के निर्देश
\\\ जुलाई 2022 -मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर LG ने CBI जांच की सिफ़ारिश की
\\\ 19 अगस्त -मनीष सिसोदिया के घर पर CBI का छापा
रविवार को पूछताछ के बाद क्यों हुई गिरफ्तारी?
- अहम किरदार दिनेश अरोड़ा सरकारी गवाह बना
-कार्टेलाइज़ेशन के आरोप वाले ज़्यादातर लोग गिरफ़्तार
- तेलंगाना के सीएम KCR की बेटी के कविता से भी पूछताछ हो चुकी
-कविता के पूर्व सीए बुच्ची बाबू गिरफ़्तार
-सत्येंद्रजैन से भी तिहाड़ जेल में एक्साइज़ नीति को लेकर पूछताछ
-CBI: सिसोदिया ने 7 बार मोबाइल सेट औ सिम कार्ड बदले थे, जब केस में गतिविधियां हो रही थीं
- जनवरी में सिसोदिया के दफ़्तर से कंप्यूटर ज़ब्त
सिसोदिया पर आरोप- मुख्य सचिव की रिपोर्ट में लगाए गए आरोप
- शराब कंपनियों को लाइसेंस फ़ीस में 144.36 करोड़ रु की छूट दी गई, कोविड में दुकान बंद रहने के नाम पर
- एक लाइसेंस आवेदक कंपनी को 30 करोड़ रु की रक़म लौटाई क्योंकि वो हवाई अड्डे क्षेत्र में ज़रूरी NOC लेने में नाकाम रही
- विदेशी शराब पर 50 रु/केस की छूट दी गई
- 2021-22 में जिनको शराब के लाइसेंस मिले उनको टेंडर होने के बाद बेजा फ़ायदा पहुंचाया गया।
- मनीष सिसोदिया जो एक्साइज़ विभाग के मंत्री थे उन्होंने बड़े फ़ैसले किए और लागू करवाए जो तय प्रावधानों और नोटिफ़ाइड एक्साइज़ नीति के ख़िलाफ़ थे
- मनीष सिसोदिया ने शराब का साइसेंस लेने वालों को टेंडर होने के बाद आर्थिक फ़ायदे पहुंचाए जिससे सरकारी ख़ज़ाने को बहुत नुक़सान हुआ
- ये सब उच्च सियासी स्तर पर quid pro quo दिखाता है।
मनीष सिसोदिया पर CBI का शिकंजा ऐसे कसा
- 17 अगस्त, 2022 - CBI FIR में सिसोदिया आरोपी नंबर 1
- 19 अगस्त, 2022 - मनीष सिसोदिया के घर CBI छापा
- 30 अगस्त, 2022 - मनीष सिसोदिया के बैंक लॉकर खंगाले
- 17 अक्तूबर, 2022 - मनीष सिसोदिया से 9 घंटे तक CBI पूछताछ
- 25 नवंबर, 2022 - CBI चार्जशीट दाख़िल, सिसोदिया का नाम नहीं
- 15 जनवरी, 2023- मनीष सिसोदिया के दफ़्तर से CBI ने कंप्यूटर ज़ब्त किया
- 18 फ़रवरी, 2023- मनीष सिसोदिया को CBI का समन
- 19 फ़रवरी, 2023- सिसोदिया की मांग पर CBI ने दिया वक़्त
- 26 फरवरी 2023 - मनीष सिसोदिया को CBI ने किया गिरफ्तार