नारी नेतृत्व का सामर्थ्य हर कालखंड में हमने साबित किया : वाराणसी में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक दूरदर्शिता वाला कानून है. इसकी ताकत तब और बढ़ेगी जब समाज से लेकर परिवार तक हर स्तर पर महिलाओं के लिए अवसर पैदा होंगे.

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पीएम मोदी ने कहा कि हमने महिलाओं के पूरे जीवन को, उनके सपनों केन्द्र में रखकर काम किया.
वाराणसी (उप्र) :

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित होने का श्रेय महिलाओं को देते हुए शनिवार को कहा कि हमने नारी नेतृत्व का सामर्थ्‍य हर कालखंड में साबित किया है. हाल में संसद में संविधान (128वां संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद शनिवार को यहां संपूर्णानंद संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय के मैदान में 'नारी शक्ति वंदन समारोह' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि ''नारी का नेतृत्व बाकी दुनिया के लिए एक आधुनिक व्यवस्था हो सकती है, लेकिन हम तो महादेव से पहले मां पार्वती और गंगा को प्रणाम करने वाले लोग हैं.''

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''हमारी यही काशी रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगना की जन्‍मभूमि भी है. आजादी की लड़ाई में रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगना से लेकर आधुनिक भारत में मिशन चंद्रयान तक नारी नेतृत्व का सामर्थ्य क्या होता है, यह हमने हर कालखंड में साबित किया है.''

प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक दूरदर्शिता वाला कानून है. इसकी ताकत तब और बढ़ेगी जब समाज से लेकर परिवार तक हर स्तर पर महिलाओं के लिए अवसर पैदा होंगे.

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उन्होंने कहा कि हमें ऐसा समाज तैयार करना है, जिसमें नारी को आगे बढ़ने के लिए किसी के सहयोग की भी जरूरत न पड़े. इसके लिए कानूनी प्रयास भी जरूरी है और सांस्कृतिक मूल्यों को भी मजबूत करना जरूरी है.

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प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों खासतौर पर कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘इस कानून का नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम रखा गया है. हालांकि, कुछ लोगों को इसमें 'वंदन' शब्द से भी परेशानी है, अब माताओं का वंदन नहीं करेंगे तो क्या करेंगे.''

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कांग्रेस सांसद रंजीता रंजन ने विधेयक पर चर्चा करते हुए सदन में बृहस्पतिवार को इसके ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम' नाम पर आपत्ति जताई और कहा कि समानता महिलाओं का संवैधानिक अधिकार है और इसे दैविक या पूजा से जोड़ना उचित नहीं है.

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प्रधानमंत्री मोदी ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘ये लोग नहीं समझ पाते हैं कि नारी के वंदन का, उनके सम्मान का अर्थ क्या है, लेकिन हमें इस तरह की नकारात्मक सोच से बचते हुए अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ना है.''

उन्होंने कहा कि हमारी माताओं-बहनों के आशीर्वाद से देश अमृतकाल में इसी तरह से आगे बढ़ता रहेगा और निर्णय लेता रहेगा.

अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की चर्चा किये बिना प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘माताओं-बहनों की शक्ति मेरा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है. आपका आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी ऊर्जा है.''

विधेयक पारित होने का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप नारी शक्ति वंदन अधिनियम को ही लीजिए, तीन दशकों से यह कानून लटका हुआ था, लेकिन आज आपकी ही ताकत है कि संसद के दोनों सदनों में ऐसी ऐसी पार्टियों को इसके समर्थन में आना पड़ा जो पहले इसका विरोध करते थकते नहीं थीं.''

महिलाओं को इसका श्रेय देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''इसलिए कि आप माताएं बहनें जागरूक और एकजुट बनी हैं, देशक की ये सभी राजनीतिक पार्टियां आपसे डर रही हैं, कांप रही हैं, इसलिए विधेयक पारित किया है, ये आपकी ताकत है.''

काशी से अपने रिश्ते की गहराई को दर्शाते हुए मोदी ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम रिकॉर्ड मतों से पारित हुआ है और आपकी कृपा से इसका सौभाग्य आपके काशी के सांसद को मिला है.

इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी काशी माता कुष्मांडा, माता श्रृंगार गौरी, माता अन्नपूर्णा और मां गंगा की पावन नगरी है. यहां के कण कण में मातृशक्ति की महिमा जुड़ी हुई है. विंध्यवासिनी देवी भी बनारस से बहुत दूर नहीं है. काशी नगरी देवी अहिल्या बाई होलकर के पुण्य कार्यों और प्रबंधन की भी साक्षी रही हैं, इसलिए संसद में भी नारी शक्ति वंदन अधिनियम जैसा ऐतिहासिक कानून पास होने के बाद सबसे पहले काशी में आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं.''

मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि इतनी बड़ी तादाद में आप हमें आशीर्वाद दे रहे हैं. संयोग से कुछ ही समय में दुर्गा पूजा उत्सव शुरू होने वाला है. बनारस में जगह-जगह दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित करने की तैयारी चल रही है. नारी शक्ति अधिनियम ने इस बार नवरात्र के उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है.

संभावना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ''इस कानून से देश की महिलाओं के विकास के लिए नए रास्ते खुलेंगे. लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ेगी. मैं इस उपलब्धि के लिए आपको और देश की माताओं-बहनों को काशी की पवित्र धरती से बहुत बहुत बधाई देता हूं.''

मोदी ने कहा कि बीते नौ वर्षों में हमने महिलाओं के पूरे जीवन को, उनके सपनों केन्द्र में रखकर काम किया.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे यहां महिलाओं के नाम संपत्ति रखने की परंपरा कम ही रही है. गाड़ी, जमीन, दुकान सब पुरुष के नाम खरीदी जाती थीं, लेकिन मोदी ने आकर माताओं, बहनों, बेटियों के नाम संपत्ति की परंपरा शुरू की है.''

उन्होंने कहा कि ''हमने पीएम आवास योजना में भी महिलाओं के नाम घर देने का प्रावधान किया. इस वजह से आज काशी में भी हजारों महिलाओं के नाम घर की रजिस्ट्री हुई है. इससे परिवार व समाज में उनकी अहमियत भी बढ़ी है.''

मोदी ने कहा, ‘‘आज खेल के मैदान से लेकर राफेल उड़ाने तक हमारी बेटियां कमाल कर रही हैं. जब महिलाओं को समान अवसर मिलते हैं, तब विकास को कितनी गति मिलती है, हमारा बनारस उसका साक्षी है.''

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा लागू की गयी योजनाओं और उससे महिलाओं को मिलने वाले लाभ गिनाते हुए कहा कि बनारस और पूर्वांचल में बड़ी संख्या में महिला स्वयं सहायता समूह तैयार हुए हैं.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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