'फेस्टिव सीजन में सभी एयरलाइंस कंपनियों के टिकट प्राइज पर हमारी नजर' : बोले नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू

सभी एयरलाइंस कंपनियों को पहले कहा गया है कि यात्रियों को कोई असुविधा ना हो. फेस्टिवल सीजन में सभी लोग घर जाना चाहते हैं और ऐसे में टिकट का प्राइस ज्यादा ना बढ़ाया जाए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है और ऐसे में एयरलाइंस कंपनियों द्वारा टिकट के दाम बढ़ाए जाने को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा, "हम सभी एयरलाइंस कंपनियों के टिकट प्राइस पर नजर बनाए हुए हैं. सभी एयरलाइंस कंपनियों को पहले कहा गया है कि यात्रियों को कोई असुविधा ना हो. फेस्टिवल सीजन में सभी लोग घर जाना चाहते हैं और ऐसे में टिकट का प्राइस ज्यादा ना बढ़ाया जाए. अभी से ही देश के सभी रूट पर जहां पर फेस्टिवल सीजन में ज्यादा लोग ट्रैवल करते हैं उस रूट पर एयरलाइंस कंपनियों के द्वारा जो टिकट चार्ज किया जा रहे हैं उस पर मंत्रालय ने नजर बनाई हुई है". 

फेस्टिव सीजन में एयरटिकट महंगा होने पर नायडू ने कही ये बात

उन्होंने कहा, "हम किसी एयरलाइंस कंपनी को बाध्य नहीं करेंगे कि वह इतना ही टिकट का प्राइस रखें लेकिन यात्रियों से मुंह मांगा दाम भी ना वसूला जाए इस पर नजर रखी जाएगी. स्पाइसजेट एयरलाइंस संकट पर नागरिक उद्यान मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि स्पाइसजेट एयरलाइंस पर मंत्रालय की नजर बनी हुई है. विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने भारत क्षेत्रीय वायु गतिशीलता सम्मेलन में कहा, हमारा लक्ष्य अगले 10-20 वर्षों में 350-400 हवाई अड्डे बनाने का है. घरेलू हवाई वाहक द्वारा 1200 से अधिक विमानों का ऑर्डर पहले ही दिया जा चुका है".

नायडू बोले वैश्विक विमानन केंद्र बनाना है लक्ष्य

उन्होंने कहा, "हमारे पास क्षमता है. हम एक वैश्विक विमानन केंद्र बनाना चाहते हैं. भारत रणनीतिक रूप से स्थित है और इसका भरपूर उपयोग करना है. ऐसे में  बुनियादी ढांचा तैयार करने की जरूरत है. 2035 तक हम दुनिया का सबसे बड़ा विमानन बाजार होंगे. स्पाइसजेट इस वक्त संकट से जूझ रही है और इस पर मंत्रालय नजर बनाए हुए है. हम लोग चाहते हैं कि भारत में ज्यादा से ज्यादा एयरलाइंस काम करें क्योंकि यहां पर डिमांड ज्यादा है".

Advertisement

RCS स्कीम पर भी की बात

राम मोहन नायडू ने कहा, "हम RCS उड़ान स्कीम को अगले 10 साल के लिए बढ़ाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि इंडिया भविष्य में  अपना खुद का एयरक्राफ्ट बनाए. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं. हमारे देश में बहुत काबिल इंजीनियर हैं. हम चाहते हैं कि एयर स्किलिंग की ट्रेनिंग को लेकर लोगों को बाहर न जाना पड़े और यह भारत में ही हो. हम भारत में ही लोकल और हाई प्रोफाइल केंद्र बनाने चाहते हैं. जहां पर वर्कर्स को एयर स्किलिंग की ट्रेनिंग दी जा सके. हम एयर इंडस्ट्री को लेकर स्किलिंग के क्षेत्र में और काम करना चाहते हैं. एविएशन के क्षेत्र में जो भी काम होता है उसकी ट्रेनिंग को लेकर यहां इंडस्ट्री बनाना चाहते हैं. हम आने वाले दिनों में  इंटर मिनिस्ट्री एशिया पेसिफिक कांफ्रेंस होस्ट करेंगे. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीफ गेस्ट होंगे. इस कांफ्रेंस में देश-विदेश से आए मेहमानों से हमें बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा और यह भारत के लिए बहुत लाभकारी होगा".

Advertisement
Featured Video Of The Day
Adani Group पर आरोप पूरी तरह अमेरिकी चालबाजी : Former Norwegian inister Erik Solheim