खतरा अभी टला नहीं! दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर ख़तरे के निशान से ऊपर पहुंचा

मंगलवार रात 8 बजे यमुना का जलस्तर ख़तरे के निशान से नीचे आकर 205.30 मीटर दर्ज हुआ था. इसके बाद प्रशासन के साथ-साथ दिल्‍लीवासियों ने भी राहत की सांस ली थी, लेकिन...

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नदी का जल बीते बृहस्पतिवार को 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था

नई दिल्‍ली:

दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर ख़तरे के निशान के पार पहुंच गया है. आज सुबह 9 बजे यमुना का जलस्तर 205.60 मीटर दर्ज हुआ. वहीं, सुबह 8 बजे यह 205.48 मीटर था. दिल्ली में यमुना का ख़तरे का निशान 205.33 मीटर है. हालांकि, केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी पोर्टल के अनुसार, बुधवार सुबह सात बजे तक यमुना के जल स्तर में कमी आने की उम्‍मीद थी, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है. दिल्‍ली में अभी तक कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हैं. राजघाट भी ऐसे ही क्षेत्रों में से एक है. जलमग्न राजघाट से पानी निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत रविवार को की गयी थी. 

मंगलवार रात 8 बजे यमुना का जलस्तर ख़तरे के निशान से नीचे आकर 205.30 मीटर दर्ज हुआ था. इसके बाद प्रशासन के साथ-साथ दिल्‍लीवासियों ने भी राहत की सांस ली थी. दरअसल, यमुना के किनारे रहनेवाले काफी लोग सुरक्षा के मद्देनजर अभी तक राहत शिवरों में रह रहे हैं. इन लोगों को तभी घर लौटने के लिए कहा गया है, जब खतरा टल जाए. लेकिन यमुना नदी का जलस्‍तर पिछले काफी दिनों से खतरे के निशान से ऊपर ही चल रहा है.   

दिल्‍ली में शुरुआत में आठ और नौ जुलाई को बारिश के कारण जलभराव की समस्या पैदा हुई थी. इन मात्र दो दिन में शहर के मासिक बारिश कोटे की 125 प्रतिशत वर्षा हुई थी. इसके बाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा सहित ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया.

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नदी का जल बृहस्पतिवार को 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था. इसने सितंबर 1978 में 207.49 मीटर के सबसे अधिक जलस्तर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था.

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