देश का 15वां राष्ट्रपति चुनने के लिए सोमवार सुबह 10 बजे शुरू हुई मतदान प्रक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में वोट डाला. उनके बाद मंत्री तथा सांसद भी मतदान के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखे. संसद के दोनों सदनों के सदस्यों के अतिरिक्त राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित प्रतिनिधि, यानी विधायक भी राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान करते हैं.
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का जीत जाना लगभग निश्चित है, जिसके चलते वह देश की पहली जनजातीय महिला राष्ट्रपति बनेंगी. 64-वर्षीय द्रौपदी मुर्मू जीतने की स्थिति में देश की सबसे कम उम्र राष्ट्रपति भी होंगी. माना जा रहा है कि द्रैपदी मुर्मू को लगभग 62 फीसदी वोट हासिल होंगे.
मतगणना 21 जुलाई को होगी और देश का नया राष्ट्रपति 25 जुलाई को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण करेगा. NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा से है. संसद परिसर में एक पोलिंग बूथ स्थापित किया गया है, जहां सभी सांसद वोट डालेंगे. इस चुनाव के लिए राज्यसभा महासचिव रिटर्निंग अधिकारी हैं.
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डाला।#PresidentialElection pic.twitter.com/QV0YupZGB6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 18, 2022
राष्ट्रपति का चुनाव सांसदों तथा सभी राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों से बने इलेक्टोरल कॉलेज द्वारा किया जाता है, जिनमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली तथा केंद्रशासित प्रदेश पुदुच्चेरी की विधानसभाओं के सदस्य भी शामिल होते हैं. संसद तथा विधासभाओं के मनोनीत सदस्य एवं विधान परिषदों के सदस्य इस चुनाव में वोट देने के अधिकारी नहीं होते. कुल 776 संसद सदस्य तथा 4,033 विधायक ही राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के अधिकारी होते हैं. संसद का मॉनसून सत्र भी सोमवार को ही शुरू हो रहा है, जो 12 अगस्त तक जारी रहेगा. सत्र के दौरान कुल 18 बैठकें होंगी.