सुप्रीम कोर्ट ने अब दो हफ्ते तक अदालती मामलों में वर्चुअल यानी डिजिटल माध्यम से सुनवाई का फैसला किया है. यह निर्णय़ सोमवार 3 जनवरी से प्रभावी होगा. दिल्ली में कोरोनावायरस और इसके ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय़ किया है. इसके पहले कोलकाता हाईकोर्ट ने भी डिजिटल माध्यम से सुनवाई करने का निर्णय़ किया था. सुप्रीम कोर्ट ने एक सर्कुलर में कहा है कि सभी बार के सदस्य, सभी संबंधित पक्षकारों को सूचित किया जाता है कि कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए सक्षम प्राधिकार द्वारा स्टैंडर्ड प्रोसिजर को फिर से अधिसूचित किया है. इसमें अदालती कक्षों में सुनवाई को दो हफ्ते के लिए निलंबित किया गया है.
यह फैसला तीन जनवरी 2022 से लागू माना जाएगा. ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट फिर से वर्चुअल सुनवाई मोड में आया है. अगले दो हफ्ते तक सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल और हाइब्रिड सुनवाई नहीं होगी. सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार चिराग भानु सिंह और बीएलएन आचार्य द्वारा जारी सर्कुलर के जरिए इस बाबत बार एसोसिएशन, याचिकाकर्ता और अन्य सभी पक्षकारों को सूचित किया गया है.
शीर्ष न्यायालय ने मार्च 2020 से चली आ रही वर्चुअल सुनवाई में सुधार करते हुए पिछले साल 7 अक्टूबर को सर्कुलर जारी कर हफ्ते में दो दिन बुधवार और गुरुवार को फिजिकल सुनवाई करने का निर्देश जारी किया था. मंगलवार को हाइब्रिड सुनवाई तय की गई थी. सोमवार और शुक्रवार को वर्चुअल सुनवाई के दिन तय किए गए थे. तब ये भी माना जा रहा रहा था कि हालात में सुधार होने के साथ साथ फिजिकल सुनवाई के दिन भी बढ़ाए जाएंगे.
लेकिन ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते संक्रमण और गंभीर होते हालत को देखते हुए सोमवार से सिर्फ वर्चुअल मोड में ही सुनवाई करने का सर्कुलर जारी कर दिया गया है.दो हफ्ते यही व्यवस्था रहेगी. उसके बाद हालात की समीक्षा करने के बाद फिर अगला कदम उठाया जाएगा