Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल आतंकियों के तलाश का सघन अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है. लेकिन इसी दौरान दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में एक युवक की संदिग्ध स्थिति हुई मौत का मामला सामने आया है. रविवार को कुलगाम के तंगमार्ग के 22 साल के इम्तियाज़ अहमद मागरे की लाश अदबल नाले से बरामद हुआ था. मागरे के परिवार का आरोप है कि दो दिन पहले उसके सेना पकड़ कर लेकर गई थी. उसकी मौत कैसे हुई इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए.
महबूबा मुफ्ती ने न्यायिक जांच की मांग उठाई
पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी मामले को बांदीपुर और कुपवाड़ा में हुई दो संदिग्ध मौत के साथ जोड़ते हुए न्यायिक जांच की मांग की है. महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''बांदीपोरा मुठभेड़ या कुलगाम की इस ताजा घटना को लेकर लगे आरोप बेहद परेशान करने वाले हैं. इसमें पूरी तरह से निष्पक्ष जांच की जरूरत है."
स्वास्थ्य मंत्री ने परिजनों से मुलाकात कर जांच का भरोसा दिया
कुलगाम में इम्तियाज़ अहमद मागरे की मौत के बाद उमर अब्दुल्ला सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने मृतक के घर जाकर मामले की पूरी जांच का भरोसा परिवार को दिया है. मागरे उसी गांव में रहता था, जहाँ पहलगाम हमले के एक दिन बाद सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी भी हुई थी.
आतंकियों का एक ठिकाना दिखाया, दूसरा दिखाने से पहले नाले में लगा दी छलांग
पुलिस का कहना है कि मागरे एक OGW था. उसने सेना को आतंकियों का एक ठिकाना भी दिखाया था. आज दूसरे ठिकाने पर जाते हुए उसने एक नाले में छलांग लगा दी, पानी का बहाव तेज था, वो उसमें डूब कर मर गया. इसी घटना का एक ड्रोन फुटेज भी जारी किया गया. जिसमें युवक तेज बहाव वाले नाले में छलांग लगाता नजर आ रहा है.
देखें कुलगाम के इम्तियाज़ अहमद मागरे ने कैसे नाले में लगाई छलांग