उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी जिले के एक गांव में शनिवार देर रात गैर कानूनी ढंग से वैक्सीन (Vaccine) लगाने की कवरेज करने गए पत्रकारों पर गांव वालों ने हमला कर दिया. इस मामले में फर्जी वैक्सीनेशन करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और 4 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
बाराबंकी के मानपुर डहुआ गांव में कल देर रात गांव वालों की भीड़ जमा कर वैक्सीन लगाई जा रही थी. वैक्सीन लगाने वाला श्रावस्ती जिले में काम करने वाला एक सरकारी लैब असिस्टेंट है. आरोप है कि वह गांव वालों से मोटी रकम वसूल कर दूसरे जिले की सरकारी वैक्सीन यहां लगा रहा था.
वैक्सीनेशन शनिवार को नहीं होता और न ही रात में वैक्सीन लगाई जाती है. स्थानीय पत्रकार जब इसकी कवरेज करने पहुंचे तो यह देखकर गांव वाले भड़क गए और उन्होंने पत्रकारों पर हमला कर दिया और उनके मोबाइल फोन तोड़ डाले.
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घटना की जानकारी होने पर तीन थानों की फ़ोर्स मौके पर पहुंची. पुलिस पहुंचते ही वैक्सीन लगाने वाला स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी और हमला करने वाले गांव वाले फरार हो गए. पुलिस ने गांव वालों से पूछताछ कर 18 लोगों के खिलाफ नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मौके से बड़ी तादाद में कोवैक्सीन के खाली और भरे वाइल मिले हैं.
बाराबंकी के एसपी यमुना प्रसाद ने मीडिया को बताया कि, ‘इस मामले में दो तरह का अपराध हुआ है. एक तो ग़ैर कानूनी तौर पर रात के वक्त गांव में वैक्सीनेशन करने और दूसरा कवरेज करने गए पत्रकारों पर हमला करने का. चार आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं. बाकी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. सबके खिलाफ कार्रवाई होगी.‘
बाराबंकी के सीएमओ रामजी वर्मा ने मीडिया से कहा, ‘यह आश्चर्यजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है. इसके पहले भी गैर कानूनी वैक्सीनेशन का एक मामला पकड़ा गया था, उन्हें जेल भिजवाया गया था. यह दूसरा मामला है. इसकी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की एक टीम बनाई गई है, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.‘