उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में एक सत्संग मातम में बदल गया और मौके पर शवों का ढेर लग गया. यहां पर मची भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गई है. हाथरस भगदड़ (Hathras Stampede) में मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. यह भगदड़ सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में मची. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लोकसभा में हाथरस सत्संग हादसे (Hathras Satsang Hadsa) पर दुख जताया और कहा कि भगदड़ में लोगों की मौत दुखद है. उन्होंने कहा कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है और हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है. सीएम योगी आज घटनास्थल पर जाएंगे.
भीड़ भाड़ की वजह से हुआ हादसा: मुख्य सचिव
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने भगदड़ के लिए संभावित कारणों में से भीड़-भाड़ को एक प्रमुख वजह बताया. भगदड़ के बाद सिंह प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा, ‘‘भीड़-भाड़ हादसे के पीछे एक कारण है. 'भोले बाबा' के वाहन के पीछे अनुयायी दौड़ रहे थे. यह भी कहा गया है कि लोग उनके जाने के बाद, वहां की मिट्टी लेकर पूजा करते हैं. नतीजतन, लोग झुकने लगे और बाद में वे गिर गए जिससे भगदड़ मची.''
जब उनसे पूछा गया कि कार्यक्रम में कितने लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी, तो उन्होंने कहा, 'अनुमति संख्या के हिसाब से नहीं दी गई थी, लेकिन, कार्यक्रम के लिए आवेदन में संख्या 80,000 बताई गई थी, पर यह उससे कहीं अधिक थी.''
मरने वालों में 7 बच्चे, एक पुरुष और शेष महिलाएं
मनोज कुमार सिंह ने बताया कि हादसे में 116 लोगों की मौत हुई है, जिनमें सात बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं, शेष महिलाएं हैं. मृतकों में से 72 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है. उन्होंने कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. भोले बाबा पर भी सख्त कार्रवाई होगी. मामले में आयोजकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए गए हैं. पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
24 घंटे में दी जाएगी हादसे की रिपोर्ट : प्रशांत कुमार
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में एफआईआर करवाई जा रही है. सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. मामले की मंडलायुक्त और एडीजी जोन के द्वारा जांच कराई जा रही है. 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट दी जाएगी.
हाथरस, एटा और अलीगढ़ में लाए गए शव
हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार पटेल ने बताया कि हाथरस में 60 शव लाए गए. वहीं एटा सीएमओ के मुताबिक, अब तक एटा में 27 शव पहुंच चुके हैं. एसएसपी एटा राजेश कुमार ने बताया कि एटा पहुंचे 27 शवों में 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल है. अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में 13 शव पहुंचे हैं. हादसे में कुल 116 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जानकारी के मुताबिक, घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया. हादसे के बाद डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे. साथ ही मौके पर कई थानों की फोर्स भी बुलाई गई.
ये भी पढ़ें : बिखरी पड़ी लाशें, हर तरफ मची चीख-पुकार और सहमे बच्चे... रुलाती हैं हाथरस सत्संग हादसे की ये तस्वीरें
हाथरस हादसे में केस दर्ज करने की प्रक्रिया जारी
हाथरस हादसे के बाद अब केस दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है. जानकारी के मुताबिक, सत्संग में कुल 40 पुलिसकर्मी तैनात थे. इसके अलावा बाबा के सेवादार भी व्यवस्था में लगे हुए थे. बता दें कि भोले बाबा यानी नारायण साकार हरि की सभा में 50 हजार से भी अधिक लोग शामिल हुए थे. बाबा को प्रशासन की ओर से सभा का आयोजन करने की मंजूरी मिल गई थी. बताया जा रहा है कि अलग-अलग राज्यों से लोग सभा में शामिल हुए थे.
मेरी 15 साल की बेटी नहीं मिल रही है : सत्संग में आई मां बोली
हाथरस भगदड़ की घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "हम आगरा से यहां सत्संग में शामिल होने आए थे. मेरी 15 साल की बेटी लापता है. आगरा से करीब 20-25 लोग आए थे, लेकिन मुझे बेटी कहीं नहीं मिल रही है. पुलिस का कहना है कि उन्हें कुछ नहीं पता..."
जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर
हाथरस हादसे के बाद जिला प्रशासन ने घटना की स्थिति के मद्देनजर आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं. जिला प्रशासन ने 05722227041 और 05722227042 नंबर जारी किये हैं.
ऐसी घटना पर राजनीति निंदनीय : सीएम योगी
हाथरस भगदड़ को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरा दुख और संवेदना व्यक्त की है. भारत सरकार और राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों के परिवार को 50,000 रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है. राज्य सरकार इस पूरी घटना की तह तक जाएगी, यह हादसा है या साजिश, हम इसकी तह तक जाएंगे.
ऐसी घटना पर संवेदना व्यक्त करने के बजाय राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है. सरकार इस मामले में संवेदनशील है और मामले की तह तक जाकर साजिशकर्ताओं और घटना के जिम्मेदार लोगों को उचित सजा दिलाएगी."
बिखरा सामान, चारों ओर सन्नाटा... मौके पर अब क्या है स्थिति
सिंकदाराऊ से 5 किमी दूर एटा रोड पर सत्संग का यह टैंट लगा है. खुले खेत में करीब 100 बीघे में सत्संग का आयोजन किया गया था. भगदड़ के बाद यहां मौत का मातम पसरा हुआ है. टाट-पट्टी बिखरी पड़ी है. चारों तरफ सन्नाटा है. कुछ देर पहले वहां क्या हुआ होगा, उसकी गवाही चारों तरफ बिखरा लोगों का सामान दे रहा है. आखिर भगदड़ कैसे हुई. टैंट को देखने पर एंट्री और एग्जिट गेट पर शक होता है. अंदर जाने और निकलने के लिए बहुत छोटा रास्ता बनाया गया था. बताया जा रहा है भगदड़ की वजह गर्मी, उमस और घुटन है. बंद टेंट में लोगों ने बाहर आना शुरू किया और फिर भगदड़ मच गई.
10 सालों से चल रहा था सत्संग, हजारों लोग जुटे थे
स्थानीय लोगों के मुताबिक करीब 10 सालों से सत्संग चल रहा था. मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ के रत्तीभानपुर में सत्संग हो रहा था, सत्संग में करीब 5 से 10 हजार लोग जुटे हुए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक गर्मी ज्यादा थी और भगदड़ हो गई. एक के ऊपर एक लोग भागने लगे, यह जानलेवा साबित हुआ. घायलों में से कुछ को ऐटा और कुछ को सिकंदराराऊ के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया.
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा
हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इस मामले में कार्यक्रम के आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी. प्रशासन आयोजकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है.
कौन है सत्संग वाले बाबा नारायण साकार हरि
हाथरस में भोले बाबा यानी नारायण साकार हरि के सत्संग में भगदड़ मची. पुलिस के मुताबिक, फुलरई गांव में नारायण साकार हरि का सत्संग चल रहा था. सत्संग वाली जगह छोटी थी और भीड़ बहुत ज्यादा थी. नारायण साकार हरि एटा के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआत पढ़ाई लिखाई यहीं हुई. कॉलेज के बाद वो आईबी में नौकरी करने लगे और बाद में आध्यात्म की तरफ मुड़ गए. उन्होंने बाद में अपना नाम बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया. वह गेरुआ कपड़े नहीं पहनते और सफेद सूट, टाई और जूते में नजर आते हैं. उनकी उत्तर प्रदेश के जिलों में अच्छी पैठ है.
पीएम मोदी ने हादसे को लेकर जताई संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में भगदड़ की घटना पर लोकसभा में कहा, "मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं, प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है."
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की सहायता
हादसे के बाद पीएम मोदी ने अनुग्रह राशि की घोषणा की है. हाथरस में दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे.
पीएम मोदी ने सीएम योगी से की बात
साथ ही पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और कहा कि मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने इसमें अपने प्रियजनों को खोया है.
राष्ट्रपति ने हादसे पर जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर कहा, "उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है. मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं."
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हादसे पर जताया दुख
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर कहा, "उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे में महिलाओं व बच्चों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व शोक संतप्त परिजनों को इस आघात को सहन करने का संबल दें।हादसे में घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
हरसंभव मदद का दिया आश्वासन : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को हाथरस में भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. शाह ने 'एक्स' पर कहा, ''हाथरस में हुई दुर्घटना के विषय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर घटना की जानकारी ली और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. शीघ्र ही एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की चिकित्सा टीम भी हाथरस पहुंच रही है.''
CM योगी ने घटना पर जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हादसे को दुर्घटना पर दुख जताते हुए अपने एक एक्स पोस्ट में कहा, "जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं."
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी घटना पर जताया दुख
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने अपने एक एक्स पोस्ट में कहा, "उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. हादसे के दृश्य अत्यंत हृदयविदारक हैं. शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. सरकार एवं प्रशासन से आग्रह करते हैं कि घायलों के उपचार में कोई कमी न रखें व पीड़ितों को त्वरित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाए. विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाएं."
राहुल गांधी का सरकार से हरसंभव मदद का किया अनुरोध
राहुल गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं. INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें. "
इसके लिए सरकार जिम्मेदार : अखिलेश यादव
हाथरस भगदड़ की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "हमें यह जानकारी तब मिली जब हम संसद में थे. सवाल यह है कि जब ऐसी घटना हुई तो सरकार क्या कर रही थी? इतने सारे लोगों की जान चली गई. यह दुखद है." उन्होंने कहा कि अगर सरकार को पता था कि किसी कार्यक्रम में बड़ी भीड़ होगी, तो उन्होंने उनकी सुरक्षा के लिए क्या किया? सरकार इसके लिए जिम्मेदार है.
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस की घटना के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी को हाथरस के लिए रवाना किया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों के अलावा मंत्री लक्ष्मी नारायण और संदीप सिंह भी हाथरस जाकर हालात का जायजा लेंगे.
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से राहत कार्य में जुटने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं.
हाइसे की जांच के लिए गठित की गई टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित की है. इस हादसे की अलीगढ़ मंडल के वरिष्ठ अफसर की कमेटी जांच करेगी. एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है.
सोशल मीडिया पर हादसे के कई वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो आए हैं, जिनमें कई लोग अस्पताल परिसर के बाहर अचेत अवस्था में नजर आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें :
* "...तो एक दिन भारत की बहुसंख्यक आबादी अल्पसंख्यक हो जाएगी" : धर्मांतरण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट
* लोकसभा चुनाव में मिले शून्य से संकट में आई बसपा, छिन सकती है यह मान्यता
* योगी के खास IAS मनोज कुमार यूपी के नए मुख्य सचिव: जानिए क्या है यह पद, कितनी पावर और कितनी सैलरी