उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में परीक्षा कराने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. यूपी पुलिस एवं प्रोन्नति बोर्ड ने परीक्षा करने वाली अहमदाबाद की कंपनी 'एजुटेस्ट' को ब्लैक लिस्ट कर दिया है. इसके बाद अब एजुटेस्ट को उत्तर प्रदेश में किसी भी विभाग में भर्ती परीक्षा कराने का काम नहीं दिया जाएगा.
इसके साथ ही एजुटेस्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी तैयारी की जा रही है. कंपनी के संचालक विनीत आर्य को एसटीएफ ने नोदिस भी जारी किया है लेकिन वह अब तक कोर्ट में पेश नहीं हुए हैं. यूपी में 60,224 पदों के लिए दो दिन में चार पालियों में परीक्षा भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा होने के बाद पेपर लीक की खबरें सामने आई तो शासन ने जांच कराई तो पेपर लीक होने का दावा सच निकला. पुपी सराकर ने पेपर रद्दकर के छह महीनों में दोबारा परीक्षा कराने की घोषणा कर इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी थी.
पेपर लीक के मुख्य आरोपी को अप्रैल में किया था गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ ने पेपर लीक (UP Constable Paper Leak Case) मामले के मुख्य आरोपी को 3 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बुधवार सुबह मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को नोएडा से गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक आरोपी पहले भी कई बड़े एग्जाम के पेपर लीक करवा चुका है और इसके लिए जेल भी जा चुका है.
18 फरवरी को हुई थी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का आयोजन 18 फरवरी को हुआ था और इसके कुछ दिन बाद ही सामने आया था कि परीक्षा के पेपर लीक हुए थे. इसके बाद योगी सरकार ने एग्जाम को दोबारा आयोजित कराने की बात कही थी. साथ ही पेपर लीक मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम का भी गठन किया था.
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