Heat Wave : मिर्जापुर में लोकसभा चुनाव के लिए ड्यूटी पर तैनात 7 होमगार्ड जवानों समेत 13 चुनाव कर्मियों की शुक्रवार को तेज बुखार और उच्च रक्तचाप की शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज में मृत घोषित कर दिया गया. 23 अन्य चुनाव कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मिर्जापुर के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इन सभी कर्मियों की मौत के सटीक कारण का पता अभी नहीं चल सका है.
मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजबहादुर कमल ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि मृतकों में सात होमगार्ड जवान, तीन सफाई कर्मचारी, सीएमओ कार्यालय में तैनात एक लिपिक, एक चकबंदी अधिकारी और होमगार्ड टीम का एक चपरासी शामिल है. उन्होंने बताया कि जब ये मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए तो उन्हें तेज बुखार, उच्च रक्तचाप और बढ़ी हुई शुगर की शिकायत थी. डॉ. कमल ने कहा, ‘‘जिन 13 लोगों की मौत हुई है, उनमें से चार को मृत अवस्था में लाया गया था. इन चार में से दो होमगार्ड के जवान थे. मरने वाले कुल सात होमगार्ड जवानों में से पांच की मौत 20-25 मिनट के अंतराल में अस्पताल लाए जाने के बाद हुई. मृतक होमगार्ड 50-55 साल की उम्र के थे.'' उन्होंने बताया कि अभी अस्पताल में 23 चुनावकर्मी भर्ती हैं, जिनमें से एक पीएसी का जवान, एक अग्निशमन सेवा का जवान और एक पुलिस का जवान है.
कहां के रहने वाले हैं होमगार्ड के जवान?
राजबहादुर कमल ने कहा, ‘‘इन सभी मरीजों को तेज बुखार, उच्च रक्तचाप और बढ़ी हुई शुगर की शिकायत थी. लगभग सभी का रक्तचाप और शुगर का स्तर अधिक था. ज्यादातर होमगार्ड एक से अधिक बीमारी के शिकार थे.'' प्राचार्य के मुताबिक, मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा. मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने ‘एक्स' पर अपने वीडियो संदेश में बताया कि, ‘‘जनपद मिर्जापुर में एक जून को लोकसभा का चुनाव होना है. आज चुनावकर्मियों को रवाना किया गया था. इसी दौरान छह होमगार्ड की दुखद मृत्यु हो गयी. इनमें से दो होमगोर्ड दो जनपद गोंडा के रहने वाले थे, जबकि एक-एक होमगार्ड प्रयागराज, बस्ती, कौशांबी और मिर्जापुर का निवासी था.'' उन्होंने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया हैं और उनके परिवारों को सूचना दे दी गई है.
मिर्जापुर में एक जून यानी शनिवार को सातवें चरण के तहत लोकसभा चुनाव के लिये मतदान होगा. मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से अपना दल (एस) प्रमुख व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल चुनाव लड़ रही हैं.उधर, बढ़ती गर्मी को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक समीक्षा बैठक की. इसमें उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि तापमान बढ़ रहा है. ऐसी स्थिति में आम जनजीवन और पशुधन, वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जाएं. राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि तेज गर्मी और लू का मौसम चल रहा है. ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए. जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें. ट्रांसफार्मर जलने/तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए. अधिकारी फोन अटेंड करें, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए, यदि ऐसा हो तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचें.
सात चुनावकर्मियों की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हिंदी में ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा,‘‘मिर्जापुर में सात चुनावकर्मियों की मौत की खबर बेहद दुखद है. सरकार अपना मौन तोड़े और बदइंतजामी की वजह से उजड़ चुके परिवारों को भावनात्मक राहत देने के लिए आगे आए.'' उन्होंने कहा,‘‘सरकार पांच होमगार्ड, सीएमओ कार्यालय के एक लिपिक और एक सफाईकर्मी के परिवार के लिए तुरंत पांच-पांच करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित करे और जो अन्य कर्मी गर्मी के कारण बीमार पड़ गये हैं, उन सभी लोगों को बेहतरीन उपचार उपलब्ध कराए.'' यादव ने आरोप लगाया कि इस सरकार में कर्मचारियों के जीवन का कोई मोल नहीं है. वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप कर्मचारियों को सही समय से वेतन नहीं मिल पा रहा है, ना ही उन्हें पुरानी पेंशन का लाभ मिल रहा है. कर्मचारियों को अनावश्यक कामों में उलझाकर उन्हें तनावग्रस्त जीवन जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है.