बीजेपी नेता मनोज मसीह, ( Manoj Masih) उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ एक महिला को अवैध रूप से बंधक बनाने का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, मसीह ने आरोप का खंडन किया है. उक्त महिला फिलहाल पुलिस की देखरेख में है. पुलिस के अनुसार, बदायूं (Badaun) में एक महिला डॉक्टर ने पुलिस को दी गयी तहरीर में आरोप लगाया है कि बीजेपी नेता मनोज मसीह, उनकी पत्नी अमिता मसीह और बेटे ऋषभ मसीह कुछ अज्ञात लोगों के साथ 17 सितंबर को उनके घर में घुस आए और बंदूक की जोर पर उनकी बेटी को उठा कर ले गए.
मनोज मसीह उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग (Minorities Commission) के पूर्व सदस्य हैं. शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. वहीं मनोज मसीह ने दावा किया है कि एक महिला खुद उसके घर आई और इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी. बदायूं के पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया, ''मनोज मसीह ने 17 सितंबर को पुलिस को अपने घर बुलाया और महिला को हमें सौंप दिया. महिला ने अपने परिवार में लौटने से इनकार कर दिया, इसलिए उसे जिला अस्पताल में महिलाओं और बच्चों के लिए बने केंद्र में रखा गया है.''
एसपी ने कहा, 'महिला को बयान दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा. सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और बयान दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.' बीजेपी जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने दावा किया कि वर्तमान बीजेपी सरकार में किसी अवैधानिक कृत्य को किसी स्तर पर कोई संरक्षण नहीं मिल सकता. उन्होंने कहा कि इस मामले में भी पुलिस तथ्यों के आधार के कार्रवाई करेगी.