दूसरी पारी में कौन बनेगा योगी आदित्यनाथ का नंबर 2? डिप्टी सीएम केशव प्रसाद के हारने के बाद यूपी में सवाल

Uttar Pradesh Assembly Election Results 2022 : भारतीय जनता पार्टी के पास अब यह अहम सवाल है कि अब उनका सेकेंड हैंड यानी नंबर दो, उपमुख्यमंत्री कौन होगा, क्योंकि पहले कार्यकाल में उनके डिप्टी रहे केशव प्रसाद मौर्या अपनी सीट सिराथू से हार गए हैं.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins

Election Results 2022 : यूपी में केशव प्रसाद सिराथू सीट से हार गए हैं. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में 36 सालों का रिकॉर्ड तोड़कर लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ ही दोबारा मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे, ये लगभग तय है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पास अब यह अहम सवाल है कि अब उनका सेकेंड हैंड यानी नंबर दो, उपमुख्यमंत्री कौन होगा, क्योंकि पहले कार्यकाल में उनके डिप्टी रहे केशव प्रसाद मौर्या अपनी सीट सिराथू से हार गए हैं. यूपी में बीजेपी की बड़ी जीत के बीच डिप्टी सीएम का हार जाना जरूर बड़ा झटका रहा. सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य लगभग 7,000 वोटों से हारे, उन्हें समाजवादी पार्टी की गठबंधन की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) पल्लवी पटेल ने हराया है.

दिलचस्प है कि केशव प्रसाद मौर्य के लिए चुनावी कैंपेन में पीएम मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा के साथ-साथ खुद पल्लवी पटेल की बहन अनुप्रिया पटेल ने प्रचार किया था. अनुप्रिया पटेल बीजेपी की गठबंधन सहयोगी अपना दल की नेता हैं. कल मतगणना के दौरान शुरुआती रुझानों में मौर्य आगे चल रहे थे, उस दौरान उन्होंने ट्वीट करके लिखा था, 'जनता जीत रही है, गुंडागर्दी हार रही है.'

बता दें कि यूपी के चुनावी नतीजों में केशव मौर्य के अलावा, 10 और ऐसे योगी के मंत्री रहे, जो अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. वहीं, दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने इस बार चुनाव ही नहीं लड़ा.

Advertisement

इन सीटों पर BJP-SP के बीच कांटे की टक्कर, जीत का मार्जिन 1,000 वोट से कम

हालांकि, सूत्रों का कहना है कि केशव मौर्या को फिर भी विधान परिषद का सदस्य बनाया जा सकता है, और वह मंत्री या उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं, जहां उन्हें छह माह के भीतर विधानसभा या विधान परिषद की सदस्यता हासिल करनी होगी, लेकिन अभी पार्टी ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि वो डिप्टी सीएम बने रहेंगे या नहीं, या फिर कोई दूसरा नेता इसकी जगह लेगा.

Advertisement

खुद योगी आदित्यनाथ विधानसभा परिषद में पार्षद थे, इन चुनावों में पहली बार उन्होंने गोरखपुर शहरी क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत गए.

Advertisement

बता दें कि इन चुनावों में बीजेपी पिछले तीन दशकों में पहली बार लगातार दूसरी बार सत्ता में आने वाली पार्टी बन गई है. इसे 403 विधानसभा सीटों में से 255 पर जीत मिली है. वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने 135 सीटों पर जीत हासिल की है.

Advertisement