सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक शुरू, आंदोलन की आगे की रणनीति पर हो रही है चर्चा

बैठक से पहले किसान नेता डॉ सतनाम सिंह ने कहा कि अभी  एमएसपी (MSP) की गारंटी के मुद्दे पर कोई आश्वासन नहीं मिला है.आज हम कमेटी के लिए पांच नाम तय कर देंगे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
सिंघु बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक शुरू ( फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक शुरू हो चुकी है. बैठक में आंदोलन के स्वरूप, दशा और दिशा को लेकर किसान संगठन अपनी राय रख रहे हैं. वहीं बैठक से पहले किसान नेता डॉ सतनाम सिंह ने कहा कि अभी  एमएसपी (MSP) की गारंटी के मुद्दे पर कोई आश्वासन नहीं मिला है. हरियाणा के किसानों पर 48000 मुकदमे हैं . आज हम कमेटी के लिए 5 नाम तय कर देंगे. दिल्ली की सीमाओं से जाने पर भी चर्चा करेंगे, पर ऐसा लगता नहीं कि दिल्ली की सीमाओं से जाने पर फैसला होगा .

भाकियू नेता राकेश टिकैत का नाम लंदन के प्रतिष्ठित अवार्ड की अंतिम सूची में

वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अभी हम यहां से नहीं जा रहे हैं . ऐसे यहां से नहीं जा सकते . यहां किसानों पर मुकदमे हैं . शहीद किसानों मुआवजा मिलना चाहिए.  अभी आंदोलन नहीं खत्म होने जा रहा है. हालांकि टिकैत ने कहा कि वापस जाने की बात कुछ लोग व्यक्तिगत तौर पर कह रहे हैं, पर संयुक्त किसान मोर्चे में कोई फैसला नहीं हुआ है.

किसानों पर दर्ज मुकदमे और मुआवजा बड़ा मुद्दा आंदोलन खत्म करने के सवाल पर बोले योगेंद्र यादव 

बता दें कि पिछले कुछ महीनों से किसान संगठन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे थे. इसको देखते हुए पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान किया था. इसके बाद लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल को पास किया गया. हालांकि, अभी भी कुछ किसान संगठनों के नेता  एमएसपी (MSP) की गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखना चाहते हैं. वहीं कुछ संगठन इसे दिल्ली से हटाकर अन्य जगह शिफ्ट करने की बात कर रहे हैं. 

Advertisement

Featured Video Of The Day
Bhagwant Mann On Farmers: किसानो के घर पर पुलिस की ताबतोड़ कार्रवाई, गुस्से में क्यों मान सरकार?
Topics mentioned in this article