बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने जोरदार हमला बोला है. बीजेपी सांसद आरके सिंह ने कहा है कि यह सिर्फ और सिर्फ अवसरवादिता है. उन्होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के कई लोगों ने महसूस किया था कि नीतीश कुमार एक बोझ की तरह हैं. पार्टी को अकेले बिहार चुनाव लड़ना चाहिए.उन्होंने कहा कि बीजेपी के कई नेता इस बात को मानते थे कि बीजेपी को नीतीश कुमार के विरुद्ध एंटी इंकम्बेंसी का नुकसान उठाना पड़ेगा.उन्होंने कहा कि इस बात को उठाने वालों में मैं भी शामिल था. लेकिन भाजपा नेतृत्व ने अलग फैसला लिया था.यह बात सही भी साबित हुई एक समय में उन्होंने 115 सीट जीता था और इस बार वो 40 पर आ गए.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति आया राम गया राम की हो गयी है. नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी में विवाद के सवाल पर आरके सिंह ने कहा कि बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है इस कारण हमारे यहां सभी को अपनी बात रखने का हक है.
गौरतलब है कि इससे पहले बिहार के सीनियर बाजेपी लीडर और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि जेडीयू के कई नेता बीजेपी के पास आए थे. उन्होंने कहा कि आप नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बना दीजिए और आप बिहार में शासन कीजिए. लेकिन बीजेपी ने ऐसा नहीं किया, क्योंकि बीजेपी के पास अपना उम्मीदवार है. इसके चलते नीतीश कुमार ने बीजेपी को धोखा दिया है.