अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान राम के मंदिर के मुख्य गर्भगृह में सोने के दो दरवाजे आज लगा दिए गए. सागौन की लकड़ी से बने इन दरवजों पर सोने की परत चढ़ाई गई है. राम मंदिर में कुल 24 दरवाजों में सोने की परत चढ़ाई जाएगी. अयोध्या में चल रहे राम मंदिर निर्माण के क्रम में आज दो सोने के दरवाजे धार्मिक अनुष्ठान करके लगाए गए.
राम मंदिर में एक सोने चांदी का भव्य नगाड़ा भी रखा जाएगा. सागौन की लकड़ी पर सोने की परत चढ़े ऐसे दो दरवाजे राम मंदिर के मुख्य गर्भगृह में गुरुवार को लगा दिए गए. मंदिर के सभी 24 दरवाजे ऐसे ही लगाने की योजना है.
हैदराबाद की बेहद पुरानी कंपनी ने विशेष सागौन की लकड़ी से दरवाजे बनाए हैं. इन दरवाजों पर सोने की परत पर दो हाथियों के अक्श उकेरे गए हैं. दरवाजों के ऊपरी हिस्से में महलनुमा आकृति बनी है जिसमें दो सेवक हाथ जोड़े खड़े हैं.
विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि, आज सोने के दो दरवाजे लगा दिए गए हैं और आने वाले दिनों में भक्तों की इच्छा है कि सभी 24 दरवाजे इसी प्रकार हों.
सोने के दरवाजे ही नहीं राम मंदिर निर्माण में लगने वाले पत्थर भी महत्वपूर्ण हैं. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्यशाला है. इसमें करीब 40 साल पहले अन्नू भाई सोमपुरा ने राम मंदिर के लिए दो पत्थरों को तराशने के साथ शुरुआत की थी. अन्नू भाई सोमपुरा अहमदाबाद से अयोध्या 45 साल की उम्र में पत्थर तराशने आए थे. आज उनकी उम्र 85 साल हो चुकी है. वे बताते हैं कि इन पत्थरों की उम्र 1000 साल है और मंदिर में लगने से पहले ये बाकायदा लैब से टेस्ट करके यहां रखे गए हैं.
राम मंदिर कार्यशाला के प्रमुख अन्नू भाई सोमपुरा ने बताया कि, गुलाबी रंग के पत्थर की नक्काशी दूर से दिखती है.
राम मंदिर के मुख्य कॉरिडोर में निर्माण का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. लेकिन राम मंदिर में लगने वाली सभी चीजें अनूठी हैं और सबमें भक्ति की अनूठी छाप है. मंदिर के लिए चंदन भाई जैसे लोग गुजरात से सोने-चांदी से बना 500 टन का नगाड़ा लेकर पहुंचे हैं. इसकी गूंज आधा किलोमीटर तक सुनाई देगी. इन सबसे अनूठी राम भक्तों की श्रद्धा है जो अयोध्या के कण-कण... में दिखाई दे रही है.