नए साल पर फिर ठिठुरेगा दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत, जानिए बाकी जगहों पर कैसा रहेगा मौसम?

दिल्ली में 15 दिन में पहली बार शुक्रवार को न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है.आईएमडी ने कहा कि हिमालय से चलने वाली बर्फीली हवाएं उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी लाएंगी.

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नए साल पर फिर बढ़ेगा सर्दी का सितम

अब से महज कुछ ही घंटों में नए साल यानी 2023 शुरू हो जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक नए साल पर पूरा उत्तर भारत शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में होगा. पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पारे का लुढ़कना तय माना जा रहा है. ऐसे में फिर से दिल्ली-एनसीआर समते पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड (Severe Cold) का असर देखने को मिलेगा. चार जनवरी तक दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता.

शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 23.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.  दिल्ली में 15 दिन में पहली बार शुक्रवार को न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है.आईएमडी ने कहा कि हिमालय से चलने वाली बर्फीली हवाएं उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी लाएंगी.

हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली. हालांकि, दोनों राज्यों के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहा, जिससे सुबह दृश्यता कम रही. राजस्थान में पिछले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को सर्दी के सितम से थोड़ी राहत मिली है. हालांकि, राज्य के कुछ इलाकों में बादल छाए हुए हैं और नए साल में सर्दी के फिर जोर पकड़ने का अनुमान है. वहीं जम्मू-कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी ने मौसम सुहावना बना दिया, लेकिन अब बर्फीली हवाएं मौसम को काफी सर्द बना देगी.

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आईएमडी ने एक बयान में कहा, ‘‘अगले चार-पांच दिनों के दौरान इस क्षेत्र में घना कोहरा जारी रहने की संभावना है. एक जनवरी से उत्तर-पश्चिमी भारत में एक ताजा शीत लहर शुरू होने का अनुमान है. ''दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह इस माह का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान भी रहा. दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा और 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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उत्तर भारत में लोगों को ठंड से राहत मिलने के लिए पश्चिमी विक्षोभ को जिम्मेदार माना जा सकता है. मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के साथ ही नए साल की पूर्व संध्या पर शनिवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीत लहर और तेज ठंड की स्थिति बन सकती है तथा जनवरी की शुरुआत में ठंड और तेज हो जाएगी. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार को पारा छह डिग्री सेल्सियस और सोमवार (दो जनवरी) तक चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा. एक से चार जनवरी तक दिल्ली के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाने और शीतलहर चलने का अनुमान है.

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एक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम या इसके बराबर, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है. वहीं, अत्यधिक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम दर्ज किया जाता है. आईएमडी के अनुसार, 'बहुत घना' कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 और 50 मीटर के बीच होती है, 51 और 200 मीटर 'घना', 201 और 500 मीटर 'मध्यम' और 501 और 1,000 मीटर 'उथला' कोहरा होता है.

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मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या फिर 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो जाता है, तो मौसम विभाग शीत लहर की घोषणा करता है. वहीं, गंभीर शीत लहर का दौर तब माना जाता है, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या सामान्य तापमान से इसका अंतर 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है.

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