कश्मीर के हालात पिछले कुछ सालों में काफी बदले हैं. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में आज स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए भारी भीड़ उमड़ी, जो पहले आमतौर पर दिखाई नहीं देती थी. इस समारोह से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में स्टेडियम के बाहर लोगों की लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं. वहीं, श्रीनगर के प्रतिष्ठित लाल चौक पर कुछ लोगों को तिरंगा लहराते हुए भी देखा गया.
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि बड़े आयोजन के लिए नागरिकों पर कोई प्रतिबंध नहीं था और आज घाटी में इंटरनेट पर प्रतिबंध भी हटा दिया गया. रिनोवेशन के लिए 2018 में बंद होने के पांच साल के बाद बख्शी स्टेडियम ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की मेजबानी की. इस कार्यक्रम में सरकारी कर्मचारी भी शामिल हुए, जिन्हें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने संबोधित किया. बता दें कि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होना अनिवार्य था.
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से केंद्र द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल इन समारोहों में मुख्य अतिथि होते हैं. एनडीटीवी से बात करते हुए, मनोज सिन्हा ने कहा था कि राज्य की विशेष स्थिति को खत्म करने और इसे मुख्यधारा में लाने से पिछले चार वर्षों में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं. उन्होंने एनडीटीवी के प्रधान संपादक संजय पुगलिया के साथ बातचीत के दौरान कहा, "यह जम्मू-कश्मीर के लोगों को एक स्पष्ट संदेश था कि भारत की एकता और अखंडता पर सवाल उठाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा."
जम्मू में उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर ने मंगलवार को कहा, "जम्मू-कश्मीर में पिछले चार वर्षों में एक नए युग का उदय हुआ है, जो सद्भाव, विकास और समृद्धि का वादा करता है.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सोमवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में तिरंगा रैलियां निकाली गईं. ऐसे में श्रीनगर और जम्मू के अलावा, अन्य हिस्सों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, खासकर राजमार्गों पर विभिन्न बिंदुओं पर. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार ने कहा कि हमने पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं. चूंकि इस साल कई कार्यक्रमों की योजना है, इसलिए हम त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रदान करेंगे. ड्रोन और हेलीकॉप्टर से निगरानी की जाएगी.
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