देश में राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों (Paper Leak Cases) को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) के भाजपा (BJP) पर निशाना साधने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के भाजपा नेताओं ने उन पर राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. शशि थरूर ने कल देर रात अपने एक्स अकाउंट पर एक फोटो शेयर की थी, जिसमें एक प्रश्न और उत्तर था. जिसे लेकर उन्होंने भाजपा पर तंज कसा था.
शशि थरूर के एक्स पोस्ट में जो फोटो थी, उसमें सवाल था, "उत्तर प्रदेश किसे कहते हैं?" और उत्तर था: " वह प्रदेश जहां परीक्षा से पहले उत्तर का पता चल जाए, उसे उत्तर प्रदेश कहते हैं." थरूर ने इस उत्तर को "शानदार" बताया और इसे हैशटैग "परीक्षा पे चर्चा" के साथ साथ पोस्ट किया. 'परीक्षा पे चर्चा' छात्रों के साथ बातचीत करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल है.
इस फोटो में जवाब के नीचे 10 में से 10 नंबर लिखे हैं. साथ ही रिमार्क में 'सम्मान लायक हो बेटा' भी लिखा गया है.
पेपर लीक के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना
इस पोस्ट को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने नीट पेपर लीक से जोड़ते हुए भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधने की कोशिश की. साफ है कि तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर की पोस्ट का उद्देश्य राज्य और राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में पेपर लीक के मामलों को लेकर केंद्र सरकार का मजाक उड़ाना था. देश में इस समय मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा ( National Eligibility cum Entrance Test) को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. 24 लाख छात्रों द्वारा दी गई परीक्षा में कथित अनियमितताओं के बाद सरकार ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. विवाद के बीच सरकार ने राष्ट्रीय स्तर की तीन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है, जिस पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
इस साल उत्तर प्रदेश में भी कई भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हो गए हैं और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना हुई है. वास्तव में आम चुनाव के दौरान पेपर लीक प्रमुख चर्चा का विषय था. हालांकि चुनाव में भाजपा को उत्तर प्रदेश में सफलता मिली, लेकिन 2019 के चुनावों के मुकाबले में उसकी सीटें 62 से घटकर इस बार 33 हो गई.
यूपी का ऐसा अपमान निंदनीय : जितिन प्रसाद
अपनी पोस्ट के बाद शशि थरूर भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए. केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''मुझे अपने राज्य और उसके लोगों को इस तरह की निंदनीय टिप्पणियों के साथ स्टीरियोटाइप करके नीचा दिखाने में कोई मजाक नजर नहीं आता. यूपी का ऐसा अपमान निंदनीय है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए.''
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लिखा, ''अन्य साथी भारतीयों को शर्मसार करने की बेशर्म मूर्खतापूर्ण राजनीति - यह कांग्रेस का तरीका है, जिसे इस स्वयं-शीर्षक वाले वैश्विक नागरिक ने बखूबी प्रदर्शित किया है. कुछ महीने पहले ही कांग्रेस के एक अन्य "वैश्विक नागरिक" पित्रोदा ने भारतीयों को अफ्रीकी, चीनी, मध्य पूर्वी आदि बताया था. इस प्रकार की श्रेष्ठता की भावना कांग्रेस के डीएनए में गहराई तक व्याप्त है.''
थरूर से बेहतर की उम्मीद नहीं की जा सकती : शर्मा
यूपी सरकार में मंत्री एके शर्मा ने शशि थरूर पर निशाना साधते हुए लिखा, ''अपने नेता के चुनाव जीतते ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश का हमेशा की तरह पुनः अपमान करना शुरू कर दिया. जीवनदान देने वाले प्रदेश की जनता का धन्यवाद भी ठीक से नहीं किया मरी हुई कांग्रेस ने और उल्टे अब ये अपमान... शशि थरूर से कुछ बेहतर उम्मीद की भी नहीं जा सकती. लेकिन, यूपी के बारे में उनका आज का व्यंग पूरे प्रदेश और प्रदेशवासियों का घोर अपमान है. पहले भी इनके अनेक नेताओं को पाल-पोस कर प्रधानमंत्री और सरकार का मुखिया बनाने वाले इस राज्य के लिए कांग्रेस ने कुछ किया नहीं.''
उन्होंने आगे लिखा, "कांग्रेस के नेताओं को यह मालूम होना चाहिए कि इसी राज्य में सत्यवादी महाराजा हरिश्चन्द्र हुए, यहीं से भगवान बुद्ध ने सत्य और अहिंसा का पाठ पूरी मानव जाति को पढ़ाया, इसी भूभाग से जगतगुरु भगवान कृष्ण ने गीता का ज्ञान पूरी सृष्टि को दिया, इसी राज्य में भगवान राम ने व्यक्ति को पुरुषोत्तम बनने का मार्ग दिखाया, यह भूमि भगवान विश्वनाथ की भूमि है जो आदिगुरु और सतगुरु माने जाते हैं, यह पतित पावनी मां गंगा और पुण्य सलिला मां यमुना, मां सरयू और मां सरस्वती की पावन भूमि है. ऐसे उत्तर प्रदेश का अपमान करने वाली कांग्रेस को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा यहां की जनता उनसे हिसाब करेगी. कांग्रेस की यह मानसिकता अत्यंत निंदनीय है. उत्तर प्रदेश की जनता को नमन."
आप उत्तर प्रदेश को अपना नहीं मानते : राठौड़
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने एक्स पर शशि थरूर पर तंज कसते हुए लिखा, ''शशि थरूर ने ऐसा करके पूरे राज्य के लोगों का अपमान किया है? आप उत्तर प्रदेश को अपना नहीं मानते, क्योंकि आप इसका उपहास कर रहे हैं. मैं केरल को कैसे देखता हूं, यह मेरा राज्य है, यह मेरे लोग हैं. प्रतिभाशाली, युवा, गतिशील केरलवासियों ने मेरे साथ सेना में काम किया है और 'टीम इंडिया' में मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. जब आपके कद और बुद्धिमत्ता का कोई व्यक्ति किसी राज्य का मजाक उड़ाता है, तो अन्य लोग ऐसा क्यों नहीं करेंगे? और फिर क्या! अपनी शपथ और जिम्मेदारी याद रखें:- जन-गण-मन-अधिनायक जय हे, भारत-भाग्य-विधाता."
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा, ''ये सज्जन अक्सर विभिन्न संस्कृतियों (पहले पूर्वोत्तर और अब यूपी) पर तीखे शब्दों के साथ व्यंग्य करते रहते हैं. उसका दिमाग विक्षिप्तता की अलौकिक धुंध में भटक रहा है."
वहीं, उत्तर प्रदेश भाजपा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी पोस्ट करके शशि थरूर पर सवाल उठाए गए. पोस्ट में लिखा गया, "कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी जिस उत्तर प्रदेश से सांसद हैं, उसी प्रदेश की जनता को अपमानित कर रहे हैं. क्या इस तरह के बयान के लिए राहुल गांधी व कांग्रेस पार्टी माफी मांगेगी?"
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