हरियाणा के नूंह में DSP को डंपर से कुचलने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कोर्ट मामले पर सुनवाई करने को सहमत हो गया है. अर्जी में मामले पर हरियाणा सरकार से एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगने की गुहार लगाई गई है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अरावली क्षेत्र में खनन पर रोक लगाई है. कोर्ट खनन को लेकर मॉनिटरिंग भी कर रहा है. गुरुवार को केस के एमिक्स क्यूरी ADN राव ने नूंह के मामले को जस्टिस एएम खानविलकर की बेंच के सामने उठाया. उन्होंने बेंच से अनुरोध किया कि सुप्रीम कोर्ट केस पर सुनवाई करनी चाहिए. इस संबंध में हरियाणा सरकार से रिपोर्ट भी मांगी जाए. इस पर बेंच ने सहमति जताई कि वो मामले की सुनवाई करेंगे. मंगलवार को डंपर ने DSP को उस समय कुचल दिया था, जब वो अवैध खनन को रोकने गए थे.
गौरतलब है कि नूंह जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच कर रहे एक डीएसपी को मंगलवार को उस समय एक ट्रक ने कुचल दिया, जब उन्होंने चालक को रुकने का इशारा किया. डीएसपी की मौत के कुछ घंटे बाद पुलिस ने कहा कि पुलिस अधिकारी की हत्या में शामिल एक व्यक्ति को एक मुठभेड़ के बाद घायलावस्था में गिरफ्तार कर लिया था. अधिकारियों के अनुसार, तावडू के डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने दस्तावेज की जांच के लिए एक डंपर-ट्रक को रुकने का इशारा किया था, लेकिन चालक ने रफ्तार बढ़ाते हुए उन्हें कुचल डाला. उन्होंने बताया कि डीएसपी के चालक और सुरक्षाकर्मी ने सड़क के किनारे कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन सुरेंद्र सिंह ट्रक की चपेट में आ गए. पुलिस ने बताया कि सिंह को फौरन पास के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
हरियाणा पुलिस में डीएसपी सिंह की भर्ती 1994 में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर हुई थी और वह कुछ महीनों में ही सेवानिवृत्त होने वाले थे. मूल रूप से हिसार जिले के सारंगपुर गांव के निवासी सिंह कुरुक्षेत्र में अपने परिवार के साथ रह रहे थे.
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