सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम का एक और बड़ा फैसला आया है. कॉलेजियम ने वकील आर जॉन सत्यन को मद्रास हाईकोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति की सिफारिश दोहराई है. कॉलेजियम ने सत्यन द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना वाले आर्टिकल को साझा करने और NEET परीक्षा में फेल होने पर मेडिकल छात्रा अनीता द्वारा आत्महत्या करने के बारे में एक पोस्ट करने की आपत्ति भी खारिज कर दी.
कॉलेजियम ने सिफारिश में कहा है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो ने बताया है कि उनकी एक अच्छी व्यक्तिगत और पेशेवर छवि है और उनकी सत्यनिष्ठा के खिलाफ कुछ भी प्रतिकूल नहीं आया है.
सत्यन ईसाई समुदाय से हैं. आईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि उनका कोई राजनीतिक झुकाव नहीं है और इस पृष्ठभूमि में उनके द्वारा किए गए पोस्ट के संबंध में उनकी उपयुक्तता, चरित्र या सत्यनिष्ठा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसलिए कॉलेजियम 16 फरवरी 2022 की अपनी सिफारिश को दोहराता है.
कॉलेजियम ने आगे सिफारिश की है कि मद्रास हाईकोर्ट के अन्य न्यायाधीशों के रूप में नियुक्ति के लिए इस कॉलेजियम द्वारा अलग से अनुशंसित कुछ नामों पर न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के मामले में उन्हें वरीयता दी जाए.