"गांधी परिवार का शुक्रिया": हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी मां को लेकर भी कही बड़ी बात

58 वर्षीय सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने चुनाव के बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सराहना की और कहा कि पार्टी अपने चुनावी वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि नई सरकार "बदलाव लाएगी".

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सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुनाव के बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सराहना की है.
शिमला:

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री चुनने के लिए वह कांग्रेस और गांधी परिवार के शुक्रगुजार हैं. उन्हें खुशी है कि एक साधारण परिवार से होने के बावजूद वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "मुझे खुशी है कि मैं एक साधारण परिवार से होने के बावजूद सीएम बनने जा रहा हूं. मुझे यह मौका देने के लिए मैं कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का शुक्रगुजार हूं. मेरी मां ने मुझे राजनीति में आने से कभी नहीं रोका. मां के आशीर्वाद के कारण मैं आज यहां पहुंचा हूं." हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के असंतोष के बारे में पूछे जाने पर, मनोनित मुख्यमंत्री ने कहा, "ऐसा कोई असंतोष नहीं है". इससे पहले प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी की थी.

58 वर्षीय सुक्खू ने चुनाव के बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी की सराहना की और कहा कि पार्टी अपने चुनावी वादों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि नई सरकार "बदलाव लाएगी". सुखविंदर सिंह सुक्खू आज हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वह जमीनी स्तर के राजनेता हैं, जो नीचे से ऊपर उठे हैं और पहाड़ी राज्य में व्यापक संगठनात्मक अनुभव रखते हैं.

चार बार के विधायक 58 वर्षीय सुक्खू, राज्य में कांग्रेस के पूर्व प्रमुख रहे हैं और एनएसयूआई और युवा कांग्रेस का हिस्सा रहे हैं. वह 2013 से 2019 तक पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष रहे. छह बार के मुख्यमंत्री रहे पार्टी के कद्दावर नेता वीरभद्र सिंह को पसंद न आने पर भी वह अपने मन की बात कहने से कभी नहीं हिचके. सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के युवा नेताओं को बढ़ावा देने और संवारने के पक्षधर रहे हैं.

मिलनसार स्वभाव वाले सुक्खू का संगठन में लंबे समय तक रहने के कारण पहाड़ी राज्य में व्यापक नेटवर्क है. गांधी परिवार के वफादार माने जाने वाले सुक्खू,छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे और एनएसयूआई के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े थे. वह राज्य में एनएसयूआई और भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे. उन्होंने शिमला नगर निगम के लिए चुनाव लड़ा और जीता. सुक्खू ने पहली बार 2003 में नादौन से विधानसभा चुनाव जीता था. भाजपा के प्रेम कुमार धूमल के बाद वे हमीरपुर जिले से दूसरे मुख्यमंत्री होंगे.

सुक्खू का शनिवार को शिमला में उनके समर्थकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया. साथ ही मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने की आधिकारिक घोषणा किए जाने के साथ मीरपुर के नादौन में स्थित उनके पैतृक गांव ‘भाबरा' में जश्न मनाया जाने लगा. इस जश्न में उनके परिवार और ग्रामीणों के अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और लोग ढोल-नगाड़े पर नृत्य करते दिखे. महिलाओं ने स्थानीय गीत गाकर खुशी का इजहार किया.

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सुक्खू के समर्थकों ने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी. हमीरपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले आशीष शर्मा ने सुक्खू को अपना समर्थन दिया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के गृह जिले हमीरपुर की बाकी सभी सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है.

हमीरपुर के एक बार फिर राज्य की सत्ता का केंद्र बनने पर लोग काफी खुश दिखे. यहां गांधी चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी. नये मुख्यमंत्री के करीबी सुनील शर्मा (बिट्टू) ने कहा कि यह जनता की जीत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमीरपुर को अधुनिक जिले के रूप में परिवर्तित करेगी और इसके विकास में पैसे की कमी आड़े नहीं आएगी.

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