असम में हाथियों के झुंड को बचाने के लिए लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी. यह घटना 16 अक्टूबर को रात में हुई. ट्रेन गुवाहाटी से लामडिंग की ओर जा रही थी. हाथियों का ट्रेन की पटरी पार करने का वीडियो भी सामने आया है.
यह घटना रात में करीब 8:37 बजे हुई.
ट्रेन नंबर 15959 कामरूप एक्सप्रेस के लोको पायलट जेडी दास और सहायक लोको पायलट उमेश कुमार ने हावाईपुर और लामसाखांग स्टेशन के बीच किलोमीटर 166/8 – 167/0 पर हाथियों के झुंड को रेल पटरी पार करते हुए देखा. हाथियों को देखते ही लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया और लगभग 60 जंगली हाथियों को ट्रेन की टक्कर से बचाया.
वीडियो में दिख रहा है कि रेलवे ट्रैक पर खड़ी ट्रेन से करीब 100 मीटर आगे हाथियों की लंबी कतार पटरी को पार कर रही है. ट्रेन की लाइट में ट्रैक को पार करते हुए हाथी निकल रहे हैं. थोड़ी देर में ट्रेन के सामने कई लोग नजर आते हैं, जो शायद ट्रेन में सवार यात्रियों में से हैं. वे हाथियों के झुंड को निकलते हुए देखते रहते हैं.
इसी दौरान लोको पायलट फोन पर आसपास के संबंधित रेलवे अधिकारियों को इसकी सूचना देते हुए सुनाई देते हैं. वे बताते हैं कि बहुत बड़ी संख्या में हाथी निकल रहे हैं, डाउन लाइन (विपरीत दिशा से आने वाली ट्रेनें) को भी बता दीजिए.
ट्रेन के पायलटों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित इंट्रुशन डिटेक्शन सिस्टम (IDS) द्वारा सतर्क किया गया था, जो इस सेक्शन में कार्यान्वित है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने अपने क्षेत्राधिकार के अधीन अन्य सभी हाथी गलियारों में भी धीरे-धीरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित इंट्रुशन डिटेक्शन सिस्टम स्थापित करने की योजना बनाई है.
यह प्रणाली पहले भी रेलवे ट्रैक पर पहुंचने वाले कई हाथियों की जान बचाने में काफी सफल रही है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान कुल 414 हाथियों और 16 अक्टूबर, 2024 तक 383 हाथियों को बचाया है.
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