केंद्र की राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (National Monetisation Pipeline) पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की प्रतिक्रिया पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि 70 साल की आजादी में जिस जिले में सांसद ने एक जिला अस्पताल तक नहीं बनाया....15 साल तक वे खुद सांसद रहे....वे प्रधानमंत्री जी को हिदायत दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें दिक्कत इस बात की है कि छह लाख करोड़ रुपये इस डिसइन्वेस्टमेंट से आएगा. जब इनके कार्यकाल में ही एयरपोर्ट का प्राइवेटाइजेशन हुआ, तब क्या कहेंगे, क्या उस समय वे देश बेच रहे थे?
स्मृति ईरानी ने कहा कि गुलाम वे हैं जो आज भी एक परिवार के लिए काम करते हैं. गुलाम वे हैं जो एक परिवार के आश्रय के लिए काम करते हैं. 70 साल की आजादी में जिस जिले में सांसद ने एक जिला अस्पताल तक नहीं बनाया....15 साल तक वे खुद सांसद रहे....वे प्रधानमंत्री जी को हिदायत दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि देश मे जब कोरोना आया तब देश में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी. लॉकडाउन के दौरान पीएम मोदी की अगुआई में ये बनना शुरू हुआ. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें दिक्कत इस बात की है कि छह लाख करोड़ रुपये इस डिसइन्वेस्टमेंट से आएंगे. इसलिए उन्हें दिक्कत हो रही है. जब इनके कार्यकाल में ही एयरपोर्ट का प्राइवेटाइजेशन हुआ तब क्या कहेंगे, क्या उस समय वो देश बेच रहे थे?
गौरतलब है कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस (Congress) पार्टी ने कल घोषित केंद्र की राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन पर आज कड़ा प्रहार किया. कांग्रेस ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य "दो-तीन निजी खिलाड़ियों" की मदद करना है. उसने साथ ही भाजपा के इस आरोप का विरोध किया कि कांग्रेस के शासन में भारत में कोई विकास नहीं हुआ. मुद्रीकरण योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप "केवल कुछ व्यवसाय बचे रहेंगे" और रोजगार के अवसर कम हो जाएंगे.
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा, "मैं युवाओं को बताना चाहता हूं कि देश क्या बेच रहा है और कौन सी संपत्ति किसके पास जा रही है." उन्होंने कहा कि, "यह 2 से 3 निजी खिलाड़ियों को बेचा जा रहा है...मैंने कोरोना पर बात की, आप सभी हंसे और आपने देखा, और मैं यह कह रहा हूं कि इसका इस देश के भविष्य पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा."
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल 6 लाख करोड़ रुपये की मुद्रीकरण योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निजी कंपनियों को शामिल करके "अनलॉकिंग वैल्यू" करना है. निजी निवेश प्राप्त करने के लिए 25 हवाई अड्डों, 40 रेलवे स्टेशनों और 15 स्टेडियमों सहित अन्य प्रतिष्ठानों की पहचान की गई है.
"रेलवे की 1.5 लाख करोड़ रुपये" में संपत्ति देने जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए, राहुल गांधी ने सेक्टर के कर्मचारियों को चेतावनी दी कि इस तरह के कदम का उनके लिए संभावित अर्थ क्या है. इसी तरह उन्होंने "वेयरहाउसिंग पर 29,000 करोड़ रुपये" को लेकर जोर दिया और कहा, "आप जानते हैं कि यह किसके पास जा रहा है... आप सभी जानते हैं कि बंदरगाह और हवाई अड्डे किसे मिल रहे हैं. यह एक कंपनी को जा रहा है."
कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर उनकी अदानी समूह और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे व्यापारिक समूहों के साथ कथित निकटता को लेकर हमला किया है.
राहुल गांधी ने कहा, "भाजपा का नारा था कि 70 वर्षों में कोई विकास नहीं हुआ. कल वित्त मंत्री ने पिछले 70 वर्षों में निर्मित सभी संपत्तियों का मुद्रीकरण करने के निर्णय की घोषणा की."