उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा के बाद भागीरथी नदी ने अपनी दिशा बदलकर हर्षिल में खतरा बढ़ा दिया है. श्रीकंठ पर्वतमाला से टूटे ग्लेशियर का पानी तेज बहाव के साथ खीर गंगा और हर्षिल के बीच भारी मलबा लेकर आया. मलबा गिरने से बहाव के रुकने के कारण हर्षिल के पास 1200 मीटर लंबी कृत्रिम झील बन गई है.