भारत के श्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों के छह पाठ्यक्रम विश्व में शीर्ष 100 में शामिल : QS रैंकिंग

इस रैंकिंग में विश्व के 100 शीर्ष शिक्षण संस्थानों में चार ने अपना रैंक बढ़ाया है, जबकि दो कार्यक्रम पिछले साल अपने अकादमिक प्रदर्शन को लेकर शीर्ष 100 से बाहर हो गये हैं.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
भारत का सर्वोच्च रैंक वाला विश्वविद्यालय सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइसेंज फॉर डेनटिस्ट्री है
नई दिल्ली:

भारत के श्रेष्ठ संस्थानों में छह पाठ्यक्रमों को बुधवार को जारी ‘विषय आधारित क्यूएस रैकिंग' में विश्व के शीर्ष 100 (पाठ्यक्रमों) में शामिल किया गया है. भारत का सर्वोच्च रैंक वाला विश्वविद्यालय सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइसेंज फॉर डेनटिस्ट्री है, जिसने 18वां रैंक हासिल किया है, जबकि इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स (आईएसएम) यूनिवर्सिटी, धनबाद ने दूसरा सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का रैंक हासिल किया है.

लंदन आधारित क्यूएस ने कहा कि श्रेष्ठ शिक्षण संस्थान की योजना शुरू किये जाने के साढ़े चार साल बाद इसके विश्वविद्यालयों ने वैश्विक मंच पर अपनी एक पहचान बना ली है. इस रैंकिंग में विश्व के 100 शीर्ष शिक्षण संस्थानों में चार ने अपना रैंक बढ़ाया है, जबकि दो कार्यक्रम पिछले साल अपने अकादमिक प्रदर्शन को लेकर शीर्ष 100 से बाहर हो गये हैं. कुल मिलाकर, 35 भारतीय कार्यक्रमों ने शीर्ष 100 स्थान हासिल किया है, जो 2021 के सत्र से 10 अधिक है.

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज (आईआईएससी) मेकैनिकल इंजीनियरिंग में 113वें रैंक से 98वें रैंक पर पहुंच गया है, जबकि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास अब सिविल और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में 51-100 रैंक में शामिल हो गया है. वह पहले 101-150 रैंक में था.

Advertisement

आईआईटी दिल्ली केमिकल इंजीनियरिंग में 92वें, आईआईटी बंबई मेटेरियल साइंस में 99वें और भौतिकी एवं खगोल विज्ञान में आईआईएससी 91वें रैंक पर पहुंच गया है. दिल्ली विश्वविद्यालय विकास अध्ययन में 41वें रैंक पर है. वहीं, भारत के दो प्रबंधन संस्थान, आईआईएम बेंगलोर और आईआईएम अहमदाबाद भी शीर्ष 100 रैंक में शामिल हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें:
'बदसूरत लड़कियों की भी शादी हो जाती है...' : कॉलेज की पाठ्यपुस्तक में गिनाए गए दहेज के 'फायदे'
Bihar D.El.Ed: डीएलएड पाठ्यक्रम के प्रशिक्षण सत्र 2021-23 लिए रजिस्ट्रेशन की तिथि जारी
गुजरात के बाद कर्नाटक के स्कूलों में भी भगवदगीता की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी, सीएम ने दिए संकेत

Advertisement

दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम लागू किया, जानें क्या है खासियत

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Acharya Sri Pundrik Goswami से समझिए कुण्डलिनी जागरण का वास्तविक अर्थ क्या है? | Bhagwat Katha
Topics mentioned in this article