सिक्किम में बादल फटने की वजह से आई भीषण बाढ़ (Sikkim South Lhonak Lake burst) में चुंगथांग बांध के टूटने के लिए राज्य की पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. सीएम प्रेम सिंह तमांग ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा है कि चुंगथांग बांध टूटने की वजह पिछली राज्य सरकार द्वारा कराया गया "घटिया निर्माण" है. दरअसल तीस्ता नदी में बाढ़ आने की वजह से 1200 मेगावाट का हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट बह गया है. सिक्किम के सीएम ने इस त्रासदी के लिए पूर्व सीएम पवन कुमार चामलिंग की सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट सरकार के "घटिया" निर्माण कार्य को जिम्मेदार ठहराया है. बता दें कि पवन चामलिंग सिक्किम में 24 सालों से ज्यादा समय तक सत्ता में रहे थे.
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'पूरी तरह से बह गया चुंगथांग बांध'
सीएम प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि चुंगथांग बांध पूरी तरह से बह गया है. इसी वजह से राज्य की निचली बेल्ट में आपदा आई है. बता दें कि मंगलवार रात को सिक्किम में बादल फटने के बाद आई बाढ़ से भीषण तबाही हुई है. इस आपदा में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कई सैनिक भी शामिल हैं. वहीं 16 सैनिकों समेत 103 लोग लापता हैं. देशभर से आए 3,000 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं. अब तक 2,500 लोगों को निकाल लिया गया है और 6,000 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है.
आखिर किस वजह से आई भीषण बाढ़?
बता दें कि मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से भयंकर तबाही मची है. लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इस भीषण बाढ़ की वजह क्या थी. दरअसल इसका सबसे बड़ा कारण सिक्किम में ज्यादा बारिश का होना है. इसके अलावा ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) की वजह से अचानक तीस्ता नदी में इतना पानी समा गया कि नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया. इस बाढ़ में सिक्किम का इंफ्रास्ट्रक्चर बर्बाद हो गया. नेशनल हाईवे (NH10) भी क्षतिग्रस्त हो गया. सिक्किम के मंगन, गंगटोक, पाकयोंग, नामची जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.