सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की हत्या की साजिश उत्तर प्रदेश में बैठ कर रची गई थी. सूत्रों ने बताया कि अयोध्या में अपराधियों की ट्रेनिंग हुई थी, उसके बाद पंजाब में सिद्धू मूसेवाला का मर्डर हुआ. कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें आरोपी अयोध्या में घूमते नजर आ रहे हैं. ये तस्वीरें सिद्धू मूसेवला हत्याकांड से कुछ दिन पहले की बताई जा रही हैं.
उत्तर प्रदेश में 'बड़ा कांड' करने की मिली थी सुपारी
तस्वीरों में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की प्लानिंग करने वाला और हाल ही में अजरबैजांन से डिपोर्ट हुआ सचिन थापान दिखाई दे रहा है. सचिन के साथ-साथ बिश्नोई गैंग के तमाम शूटर (वो शूटर जिनमें से कई ने सिद्धू पर गोलियां चलाईं थीं) अयोध्या और लखनऊ में घूमते नजर आ रहे हैं. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से पहले बिश्नोई गैंग को उत्तर प्रदेश में "बड़ा कांड" करने की सुपारी मिली थी.
सफेदपोश को टारगेट करने के लिए कहा गया था, लेकिन...
सूत्रों के मुताबिक, बिश्नोई गैंग को उत्तर प्रदेश में किसी बड़े सफेदपोश को टारगेट करने के लिए कहा गया था, लेकिन प्लान फेल हुआ, जिसके बाद सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम दिया गया. शूटरों की सामने आई तस्वीरों में विदेशी हथियारों का जखीरा दिखाई दे रहा है. इनमें एक आधुनिक पिस्टल भी है, जो खासतौर से पाकिस्तान से मंगवाई गई थी.
फार्म हाउस में कई दिनों तक फायरिंग की प्रैक्टिक की
हथियारों के साथ तस्वीर में मौजूद हैं बिश्नोई गैंग के शूटर सचिन भिवानी, कपिल पंडित दिखाई दे रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान से तस्करी के जरिए मंगवाए गए हथियारों के साथ शूटर अयोध्या पहुंचे थे. हथियारों के साथ बिश्नोई गैंग के शूटर अयोध्या में कई दिन रुके और अयोध्या ने एक स्थानीय नेता के फार्म हाउस पर कई दिनों तक फायरिंग की प्रैक्टिक की गई थी.
सचिन थापन को दिल्ली पुलिस जांच के लिए लाएगी अयोध्या
सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या समेत लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में लारेंस बिश्नोई का सबसे करीबी सचिन बिश्नोई बाकी गैंग मेंबर्स के कई दिनों तक ठिकाना बनाए हुए था. जांच एजेंसियां अब बिश्नोई गैंग के उत्तर प्रदेश में मौजूद मददगारों की पहचान में तलाश में जुट गई हैं. जल्द ही अजरबैजान से पकड़े गए सचिन थापन को लेकर दिल्ली पुलिस अयोध्या जाएगी.
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