कर्नाटक में विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता तेजस्विनी गौड़ा शनिवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गईं. उधर, हैदराबाद में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की मेयर विजयलक्ष्मी आर गडवाल भी कांग्रेस में शामिल हुईं. नयी दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी महासचिव जयराम रमेश और पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग प्रमुख पवन खेड़ा की उपस्थिति में गौड़ा यहां कांग्रेस में शामिल हुईं.
जयराम रमेश ने कहा 'हम कर्नाटक की राजनीति में सक्रिय नेता तेजस्विनी गौड़ा का कांग्रेस में स्वागत करते हैं. हमें पूरा विश्वास है कि तेजस्विनी जी आने वाले चुनाव में सक्रिय रहेंगी. तेजस्विनी 2004 से 2009 के बीच कांग्रेस सांसद के तौर पर विभिन्न मुद्दों पर मुखर रहीं. हमें खुशी है कि वह कांग्रेस में लौट आयी हैं.''
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं करती. पूर्व पत्रकार गौड़ा ने विश्वास जताया कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की 28 में से 23 सीट जीतेगी.
गौड़ा 2014 में भाजपा में शामिल होने के बाद 2018 में विधायक बन गईं. वह भाजपा की प्रवक्ता भी रही थीं. एमएलसी के रूप में उनका कार्यकाल जून 2024 में समाप्त होना था.
वहीं, हैदराबाद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, कांग्रेस की तेलंगाना प्रभारी दीपादास मुंशी और अन्य नेताओं की उपस्थिति में (जीएचएमसी) की मेयर विजयलक्ष्मी आर गडवाल कांग्रेस में शामिल हुईं.
विजयलक्ष्मी के कांग्रेस में शामिल होने से लोकसभा चुनाव में जीएचएमसी सीमा में पार्टी को बढ़त मिलने की उम्मीद है. हाल के विधानसभा चुनावों में जीएचएमसी की सीमा के अंतर्गत आने वाली 24 सीट में से कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी, हालांकि उसने बहुमत हासिल किया था.
विजयलक्ष्मी के पिता और बीआरएस के राज्यसभा सदस्य के केशव राव ने शुक्रवार को कहा था कि वह कांग्रेस में लौट आएंगे. केशव राव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात की.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)