चक्रवात बिपरजॉय आज शाम गुजरात के तट से टकराएगा. उसकी दूरी तट से अब 200 किलोमीटर से भी कम बची है. लैंडफॉल होने और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों से 74,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है. तटरक्षक बलों का कहना है कि 'बिपरजॉय' जब लैंडफॉल करेगा, तो हवा की रफ्तार 120 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. वहीं ये 5-6 मीटर की ज्वार की लहरें पैदा कर सकता है.
तटरक्षक बल के महानिरीक्षक मनीष पाठक ने NDTV को बताया कि चक्रवात से निपटने के लिए सभी संसाधनों की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि 500 कर्मियों और 23 आपदा राहत टीमों को लगाया गया है. साथ ही 7 विमान और 6 हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर हैं.
पाठक ने कहा, "हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी समुद्र में न जाए. जब से हमें अलर्ट किया गया है, तब से तैयारी की जा रही है. चक्रवात से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सभी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं."
बल द्वारा तैनात संसाधनों को सूचीबद्ध करते हुए, तटरक्षक बल के महानिरीक्षक ने कहा कि एक जहाज, 500 कर्मी, 29 जेमिनी नौकाएं, 8 तटवर्ती गश्ती जहाज़, 4 तेज़ गश्ती जहाज़, 3 अपतटीय गश्ती जहाज़ और 200 लाइफ जैकेट तैयार रखे गए हैं.
उन्होंने कहा कि गुजरात में तीन डोर्नियर विमान और एक ध्रुव हेलीकॉप्टर को तैयार रखा गया है, जबकि दमन में चार डोर्नियर विमान, चार चेतक हेलीकॉप्टर और एक ध्रुव हेलिकॉप्टर को तैयार रखा गया है.
चक्रवात बिपारजॉय गुजरात तट से 200 किमी से भी कम दूरी पर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, यह शाम 4 से 8 बजे के बीच मांडवी और कराची के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के निकटवर्ती तट को पार करेगा.
मौसम कार्यालय ने कहा कि बारिश की तीव्रता बढ़ेगी, क्योंकि चक्रवात तट के पास पहुंचेगा. कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है.
सरकार ने कहा कि 74,345 लोगों को कच्छ, जामनगर, मोरबी, राजकोट, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर और गिर सोमनाथ में अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है.
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