उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हिंसा के कई दिन बाद इंटरनेट सेवा शुक्रवार को बहाल कर दी गई. जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार ने कहा, “संभल में शुक्रवार को शाम चार बजे इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं.” जिले में शाही जामा मस्जिद और अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा किए जाने के कुछ घंटे बाद इंटरनेट बहाल करने का यह कदम उठाया गया. मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद इस जिले में हिंसा हुई थी.
नमाज से पूर्व जिले के अधिकारियों ने यहां के निवासियों से जामा मस्जिद में एकत्रित होने के बजाय आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की थी. इसके साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. अधिकारियों ने कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिहाज से निगरानी बढ़ाने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई.
संभल में शांति के साथ हुई नमाज
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि संभल में बहुत ही शांति के साथ नमाज हुई. उन्होंने दावा किया कि मंडल के सभी जिलों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई.
उन्होंने कहा, ‘‘जामा मस्जिद में हमेशा की तरह शांति रही. हम लोग सबको विश्वास में लेकर कार्य कर रहे हैं और साथ ही विश्वास बहाली कर रहे हैं.''
संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार किए गए सर्वेक्षण के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया है उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था.
गत 24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी तथा 25 अन्य घायल हुए थे.
यहां की एक अदालत ने आज दिन में अधिवक्ता आयुक्त को मस्जिद पर सर्वेक्षण रिपोर्ट 10 दिन के भीतर सौंपने का निर्देश दिया और अगली सुनवाई की तिथि आठ जनवरी तय की.
वहीं, उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को संभल की अदालत को इस मामले में सुनवाई अस्थायी रूप से रोकने का निर्देश दिया और उत्तर प्रदेश सरकार को हिंसाग्रस्त कस्बे में शांति एवं सौहार्द बनाए रखने का निर्देश दिया.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस जिले में हिंसा के बाद स्थिति सामान्य होने के साथ यहां के लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही शांति एवं स्थिरता कायम होगी.
''संभल ऐसी घटनाओं से तंग आ चुका है''
जामा मस्जिद के पास रहने वाले स्थानीय निवासी डॉ. शाने रब ने लोगों की सामूहिक भावना को व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘हमारा संभल ऐसी घटनाओं से तंग आ चुका है. ये घटनाएं हमारे शहर पर एक दाग हैं और हर कोई शांति की राह पर लौटना चाहता है. मुझे विश्वास है कि जल्द ही शांति लौटेगी.''
स्थानीय शिक्षक विकास वर्मा ने भी यही बात दोहराते हुए कहा, ‘‘संभल के लोग इन घटनाओं से बहुत दुखी हैं. हम चाहते हैं कि शांति और सौहार्द कायम रहे.''
वर्मा ने कहा, ‘‘इस मुश्किल समय के बाद, हम सभी सद्भाव बहाल करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. जल्द ही, संभल फिर से प्रगति की राह पर लौट आएगा.''
कड़ी निगरानी में जुमे की नमाज अदा की
हिंसा के मद्देनजर संभल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खास तौर पर शाही जामा मस्जिद के आसपास, जहां कड़ी निगरानी में जुमे की नमाज अदा की गई. मस्जिद के आसपास अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और स्थिति पर नजर रखने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो. किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए मस्जिद और प्रमुख मार्गों के आसपास पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने कहा, ‘‘मैंने शांति व्यवस्था के लिए वीडियो जारी कर अपील की थी कि सभी लोग अमन चैन शांति से नमाज पढ़ने आएं और नमाज शांति से संपन्न हुई. आगे भी शांति रहेगी हमारी यही कोशिश है.''
संभल में कलपुर्जों के दुकानदार मुशाहिद हुसैन ने उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘अल्लाह का शुक्र है कि नमाज के दौरान शांति रही. हमारे संभल का जो अमन-चैन चला गया था, वह जल्द वापस आएगा.''
बवाल से हम लोगों का बहुत नुकसान : व्यापारी
किराना व्यापारी रजत गुप्ता ने कहा, ‘‘इस बवाल से हम लोगों का बहुत नुकसान हुआ है, शादियों का सीजन चल रहा है और दुकानदारी नाम की चीज़ खत्म हो गई.''
सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र शाही जामा मस्जिद से आधा किलोमीटर दूर स्थित स्थानीय सर्राफा बाजार रहा है. सर्राफा व्यापारी अजय कुमार गुप्ता ने कहा, ‘‘शादी के सीजन के बावजूद हमारी बिक्री में भारी गिरावट आई है. पिछले चार दिनों में, केवल तीन ग्राहक मेरी दुकान पर आए हैं. कई दुकान मालिकों को करोड़ों का नुकसान हुआ है.''
अखिल भारतीय व्यापार संघ के जिला अध्यक्ष राजीव वार्ष्णेय ने आर्थिक प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, ‘‘व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. लोग बाहर निकलने से डरते हैं और व्यापार ठप हो गया है.''
सपा का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) का 15 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को संभल जाएगा. सपा की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई.
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने शुक्रवार को बताया कि पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को संभल जाएगा और वहां हुई हिंसा की विस्तृत जानकारी लेकर रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को सौंपेगा.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दो दिसंबर को संभल मामले की जानकारी हासिल करने के लिए कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल वहां जाएगा.
समाजवादी पार्टी ने ‘एक्स' पर प्रदेश अध्यक्ष पाल के पत्र को साझा किया, जिसमें कहा गया कि सपा प्रमुख के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल 30 नवंबर को संभल जाएगा और हिंसा की विस्तृत जानकारी लेकर रिपोर्ट उन्हें सौंपेगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)