- अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है.
- भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के इस फैसले पर खुशी जताई और इसे भारत-अमेरिका आतंकवाद-रोधी सहयोग की मजबूत पुष्टि बताया है.
- अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी संगठन और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की जानकारी दी है.
अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Tayyiba) के मुखौटा संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है. इस पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुशी जताई है. उन्होंने इसे भारत-अमेरिका आतंकवाद-रोधी सहयोग की एक मज़बूत पुष्टि कहा है.
US के फैसले पर एस जयशंकर ने जताई खुशी
अमेरिका के इस फैसले के लिए एस जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट कर अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो का आभार जताया है, जिन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के एक मुखौटे TRF को एक विदेशी आतंकवादी संगठन और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है. इसी संगठन ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी. एस जयशंकर ने कहा है कि आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता.
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा TRF विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी कर लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटे TRF को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने की जानकारी दी थी. अपने बयान में विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था कि यह कार्रवाई पहलगाम हमला मामले में न्याय संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख पर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
भारत-अमेरिका आतंकवाद-रोधी सहयोग
अमेरिका के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने कहा था कि इससे पता चलता है कि भारत-अमेरिका आतंकवाद-रोधी सहयोग कितना मजबूत है.
वहीं रुबियो ने कहा कि विदेश मंत्रालय टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित करता है. उन्होंने कहा कि टीआरएफ के खिलाफ यह कार्रवाई 'हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा, आतंकवाद का मुकाबला करने और पहलगाम हमले में न्याय के राष्ट्रपति ट्रंप के रुख पर काम करने की प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.'