कांग्रेस सांसद (Congress MP) के परिवार के स्वामित्व वाली ओडिशा (Odisha) स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (Boudh Distillery Private Limited) और अन्य के खिलाफ आयकर विभाग (Income Tax Department) ने छापेमारी की है. पांच दिनों की मैराथन छापेमारी के बाद नकदी बरामदगी का आंकड़ा 351 करोड़ रुपये तक पहुंचा है. यह देश में किसी भी जांच एजेंसी द्वारा की गई एकल कार्रवाई में 'अब तक की सबसे अधिक' जब्ती बन गई है. आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी.
बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड, उसके प्रमोटर और अन्य के खिलाफ रविवार को पांचवें दिन भी छापेमारी की गई. कर चोरी और 'ऑफ़-द-बुक (जिसका लेखा-जोखा कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड में नहीं हो)' लेनदेन के आरोप में कर अधिकारियों द्वारा 6 दिसंबर को छापेमारी शुरू की थी.
गिनती में कर विभाग और विभिन्न बैंकों के लगभग 80 लोगों की नौ टीमें शामिल थीं, जो 24x7 काम कर रही थीं. सुरक्षा कर्मियों, ड्राइवरों और अन्य कर्मचारियों सहित 200 अधिकारियों की एक और टीम तब शामिल हुई जब कर अधिकारियों को कुछ अन्य स्थानों के अलावा नकदी से भरी 10 अलमारियां मिलीं. सूत्रों ने बताया कि नकदी को ओडिशा की विभिन्न बैंक शाखाओं में जमा करने के लिए ले जाने के लिए लगभग 200 बैग और ट्रंक का इस्तेमाल किया गया. ऐसी रिपोर्ट भी आई थीं कि नोट गिनते-गिनते मशीनें भी खराब हो गईं.
आयकर विभाग का मानना है कि यह ‘बेहिसाबी' नकदी है और व्यापारिक समूह, विक्रेताओं और अन्य द्वारा देशी शराब की नकद बिक्री से अर्जित की गई है.
सूत्रों ने कहा कि किसी एक समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई के तहत देश में किसी एजेंसी द्वारा की गई यह अब तक की सबसे अधिक नकदी जब्ती है. इससे पहले इतनी भारी मात्रा में नकदी 2019 में बरामद की गई थी, जब जीएसटी इंटेलिजेंस ने कानपुर के एक व्यवसायी से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था और 257 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे. वहीं, जुलाई 2018 में तमिलनाडु में एक सड़क निर्माण फर्म के खिलाफ तलाशी के दौरान आयकर विभाग द्वारा 163 करोड़ रुपये की नकदी का खुलासा किया गया था.
सूत्रों ने कहा कि बोलांगीर जिले में कंपनी के परिसर से सबसे अधिक 500 रुपये मूल्य की मुद्रा बरामद की गई.
विभाग उन अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज कर रहा है, जो छापों वाले स्थानों पर मौजूद थे. साथ ही विभाग कंपनी के मुख्य प्रमोटर को अपने बयान दर्ज कराने के लिए भी समन जारी करेगा.
कार्रवाई पर कंपनी और सांसद ने नहीं दिया जवाबविभाग ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के रांची और अन्य स्थानों पर स्थित परिसरों की भी तलाशी ली है. यह स्पष्ट नहीं है कि साहू के घर से कितनी नकदी और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए. कंपनी और सांसद ने उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई के संबंध में ‘पीटीआई-भाषा' के सवालों का जवाब नहीं दिया है.
वहीं, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी उनकी पार्टी के सांसद से कथित तौर पर जुड़े परिसरों से करोड़ों रुपये की बरामदगी पर खामोश क्यों हैं.
कांग्रेस को निशाना बनाने का आरोपकर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस मामले में केंद्र पर केवल कांग्रेस को निशाना बनाने का आरोप लगाया.
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