क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) पहला 'ट्रेन सेट' गुजरात के सावली से रवाना कर दिया गया है और यह जल्द ही गाजियाबाद के दुहाई डिपो पहुंचेगा. बृहस्पतिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) भारत का पहला आरआरटीएस स्थापित कर रहा है जो एक रेल-आधारित, उच्च गति, उच्च आवृत्ति वाली सुविधाजनक यात्री सेवा है. पहली ट्रेन सराय काले खां-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे में चलाई जाएगी.
एनसीआरटीसी के बयान में कहा गया है 'एरोडायनामिक आरआरटीएस ट्रेन सेट को गुजरात में एल्सटॉम के निर्माण कारखाने से ट्रेलर के माध्यम से यहां लाने के बाद इसे सड़क मार्ग से गाजियाबाद के दुहाई डिपो में लाया जाएगा.'
आरआरटीएस का पहला ट्रेन सेट सात मई को वडोदरा जिले के सावली में निर्माण इकाई में आयोजित एक कार्यक्रम में एनसीआरटीसी को सौंपा गया था.
बयान में कहा गया है कि दुहाई डिपो ट्रेन के आगमन की तैयारी कर रहा है.
बयान के मुताबिक, 'पटरियां बिछा दी गईं हैं. कार्यशाला के लिए शेड तैयार किए गए हैं और डिपो में ट्रेन के परीक्षण की तैयारी की जा रही है. आरआरटीएस ट्रेनों के संचालन के लिए, डिपो में एक प्रशासनिक भवन भी बनाया गया है.'
बयान में कहा गया है कि आरआरटीएस ट्रेनों के परीक्षण और रखरखाव के लिए, 11 स्थिर लाइनें, दो वर्कशॉप लाइन, तीन इंटरनल-बे लाइन (आईबीएल) का निर्माण किया जा रहा है.
साहिबाबाद और दुहाई के बीच 17 किलोमीटर के प्राथमिकता वाले खंड को 2023 तक और पूर्ण गलियारे को 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है.
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