ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आ गए हैं. ऋषि सुनक ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए उनकी नई दिल्ली की यात्रा बेहद खास है. वह भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री हैं. 43 वर्षीय ऋषि सुनक ने शादी भी एक भारतीय अक्षता मूर्ति से की है. ऐसे में उन्हें मजाक में 'भारत का दामाद' भी कहा जाता है.
भारत मेरे बेहद करीब...
नई दिल्ली की अपनी उड़ान में पत्रकारों से बात करते हुए, ब्रिटिश ऋषि सुनक ने कहा कि वह भारत जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, "भारत एक ऐसा देश है, जो मेरे बेहद करीब और प्रिय है." इस यात्रा में उनके साथ उनकी पत्नी और इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी भी शामिल हैं. जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता का भी कार्यक्रम है.
जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर नजरिया स्पष्ट
ऋषि सुनक ने तीन दिवसीय दौरे पर निकलते हुए ट्वीट किया, "जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर मेरे मेरे मुद्दे स्पष्ट हैं. मेरा फोकस वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करना, अंतरराष्ट्रीय संबंधों का निर्माण करना और सबसे कमजोर लोगों का समर्थन करने पर है."
प्यार से ही कहा जाता होगा...
ऋषि सुनक से जब 'भारत का दामाद' कहे जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "मैंने कहीं देखा है कि मुझे 'भारत का दामाद' कहा जाता है. मुझे उम्मीद है कि यह प्यार से कहा गया होगा. जब कभी मैं ऐसा सुनता हूं, तो मुझे बेहद खास महसूस होता है."
व्लादिमिर पुतिन पर जमकर बरसे ऋषि सुनक
जी20 शिखर वार्ता के दौरान ब्रिटेन के एजेंडे में रूस-यूक्रेन संघर्ष को एक प्रमुख विषय के रूप में चिह्नित किया गया है, डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत की भूमिका और प्रभाव "महत्वपूर्ण" है. ऋषि सुनक ने संवाददाताओं से कहा, "एक बार फिर, व्लादिमिर पुतिन जी20 में अपना चेहरा दिखाने में विफल हो रहे हैं. वह अपने स्वयं के राजनयिक निर्वासन के वास्तुकार हैं. वह अपने राष्ट्रपति महल में अलग रहकर आलोचना और वास्तविकता से मुंह मोड़ने का काम कर रहे हैं. दूसरी ओर इस बीच, जी20 के बाकी सदस्य यह प्रदर्शित कर रहे हैं कि हम आगे आएंगे और मिलकर काम करेंगे". उनके डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि यूके, यूक्रेन के लिए अपना समर्थन दिखाने के लिए "हर अवसर" का उपयोग करेगा और साथ ही वैश्विक समर्थन को भी बढ़ावा देगा.
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका...
प्रधानमंत्री सुनक के प्रवक्ता ने कहा कि मानवाधिकारों और वास्तव में लोकतंत्र पर रूस के हमले को रोकने में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है. हम पुतिन के क्रूर आक्रमण को समाप्त करने के लिए उस प्रभाव का उपयोग करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की खातिर भारत में पीएम मोदी या अन्य जगहों पर साथ बैठकें करेंगे." पीएम नरेंद्र मोदी-ऋषि सुनक की द्विपक्षीय चर्चा के दौरान भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर भी चर्चा होने की संभावना है, अभी 12 दौर की वार्ता पूरी हुई है, लेकिन इसके पूरा होने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है.
पीएम मोदी और प्रधान मंत्री सुनक की आखिरी मुलाकात मई में जापान के हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुई थी. एक महीने बाद, लंदन में यूके-इंडिया वीक के दौरान, ऋषि सुनक ने कहा था कि वह अपने भारतीय समकक्ष से दोबारा मिलने के लिए "इंतजार नहीं कर सकते".
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