प्राइवेट अस्पताल अपने कोटे का 50% से भी कम ले रहे टीका, बिहार-झारखंड सबसे पीछे, ये राज्य आगे

इस संबंध में राज्यों को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की तरफ से कम टीके खरीदने को लेकर चिट्ठी भी लिखी गई है. जो प्राइवेट सेक्टर के 25% कोटा का बचा टीका बच रहा है, उसका इस्तेमाल सरकार सरकारी वैक्सिनेशन सेंटर पर कर रही है.

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बिहार, झारखंड के प्राइवेट अस्पताल अपने कोटे का महज़ 10-12% ही टीका ले रहे हैं.
नई दिल्ली:

कोविड टीकाकरण (Covid Vaccination) में देशभर के प्राइवेट अस्पतालों का रवैया उदासीन बना हुआ है. किसी भी राज्य के निजी अस्पताल अपने 25% के कोटे का पूरा टीका नहीं ले रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर 25% कोटे का महज़ 12% टीका ही प्राइवेट अस्पताल ले पा रहे हैं. अलग-अलग राज्यों के आंकड़ों से पता चलता है कि  निजी अस्पताल 10-23% टीका ही ले रहे हैं, जबकि निजी अस्पतालों के लिए 25% का कोटा तय किया गया था.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक टॉप लेवल अफसर ने कहा है कि इस कोटे की नीति में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के प्राइवेट अस्पताल करीब 22-23% टीका ले रहे हैं, जबकि उड़ीसा, बिहार, झारखंड जैसे राज्य के प्राइवेट अस्पताल अपने कोटे का महज़ 10-12% ही टीका ले रहे हैं.

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इस संबंध में राज्यों को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की तरफ से कम टीके खरीदने को लेकर चिट्ठी भी लिखी गई है. जो प्राइवेट सेक्टर के 25% कोटा का बचा टीका बच रहा है, उसका इस्तेमाल सरकार सरकारी वैक्सिनेशन सेंटर पर कर रही है.

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देशभर में वैक्सीन की 48.93 डोज लोगों को दी जा चुकी हैं. पिछले 24 घंटे में टीके की 3755115 डोज  दी गई हैं.

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