"कमरे से मिला सुसाइड नोट", IIT Bombay के छात्र की मौत के 1 महीने बाद पुलिस का दावा

आईआईटी, बॉम्‍बे के अधिकारियों ने मौत और घटना से जुड़े आरोपों के संबंध में रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर नंद किशोर की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था.

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दर्शन सोलंकी नाम के छात्र की फरवरी महीने में मौत हो गई थी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

IIT Bombay में फरवरी महीने में कथित तौर पर सुसाइड करने वाले छात्र दर्शन सोलंकी के कमरे से एक सुसाइड नोट मिलने का दावा पुलिस ने किया है. पुलिस ने कहा कि आत्महत्या से मरने वाले छात्र ने "सुसाइड नोट" में एक सहपाठी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार बताया है.  घटना के एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद जब अब एसआईटी मामले की जांच कर रही है तब जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि दर्शन सोलंकी ने "सुसाइड नोट" में एक छात्र के नाम का जिक्र किया था.

सूत्रों ने बताया कि सुसाइड नोट में जिस छात्र के नाम का जिक्र किया गया है वो मृतक छात्र का सहपाठी है. पुलिस ने छात्र के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है. सूत्रों ने बताया कि एसआईटी इस बात की जांच कर रही है कि दोनों छात्रों के बीच क्या हुआ था. 

मूल रूप से गुजरात के अहमदाबाद के रहने वाले बी.टेक (केमिकल) पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के छात्र 18 वर्षीय सोलंकी की 12 फरवरी को पवई स्थित परिसर में अपने छात्रावास की सातवीं मंजिल से कथित तौर पर कूदने के चलते मौत हो गई थी. वहीं, सोलंकी के परिवार ने दावा किया था कि अनुसूचित जाति से होने के कारण छात्र को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा था. 

आईआईटी, बॉम्‍बे के अधिकारियों ने मौत और घटना से जुड़े आरोपों के संबंध में रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर नंद किशोर की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था. पिछले माह पुलिस ने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार ने सोलंकी की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. इस घटना के बाद देश के कई शहरों में छात्र समूहों ने शिक्षण संस्थानों में जाति-आधारित भेदभाव की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था.

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