नोएडा एयरपोर्ट, यूपी का पांचवां इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गुरुवार को यूपी के नोएडा ( गौतम बुद्ध नगर जिले) के जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे. केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया गया कि नया एयरपोर्ट, भविष्य के लिए विमानन क्षेत्र के पीएम के विजन का हिस्सा है.
- कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद पीएम मोदी का वेस्टर्न यूपी में यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा. पीएम मोदी ने यूपी के बुंदेलखंड में महोबा और झांसी में घोषणा के दिन ही सभाओं को संबोधित किया था. कृषि कानून के मुद्दे पर किसान पिछले एक साल से अधिक समय से आंदोलनरत थे. हालांकि विपक्ष और किसानों ने कहा है कि पीएम की ओर से यह निर्णय , यूपी में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है.
- नोएडा एयरपोर्ट, यूपी का पांचवां इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा. जल्द ही देश के किसी भी राज्य के मुकाबले यूपी में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (International Airport in UP) होंगे. राज्य में फिलहाल आठ हवाई अड्डे चालू हैं, जबकि 13 हवाई अड्डों और सात हवाई पट्टियों को विकसित किया जा रहा है.
- केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि इस एयरपोर्ट को नार्दर्न इंडिया के लॉजिस्टिक गेटवे के तौर पर तैयार किया जा रहा है और यह यूपी को ग्लोबल लॉजस्टिक मेप में स्थापित करने में मददगार साबित होगा.
- यह नेशनल कैपिटल रीजन यानी NCR में दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा. एक अन्य एयरपोर्ट दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है.
- यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, आईजीआई एयरपोर्ट से करीब 72 किमी की दूरी पर होगा. नोएडा से इसकी दूरी करीब 40 किमी और दादरी में प्रस्तावित मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब से भी करीब इतनी ही दूरी होगी.इस एयरपोर्ट के पहले चरण का काम 2024 तक पूरा होने की संभावना है, इसी वर्ष देश में लोकसभा चुनाव होने हैं.
- एयरपोर्ट के पहले फेज पर ₹ 10,050 करोड़ से अधिक की लागत आएगी. यह एयरपोर्ट 1300 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैला होगा और करीब 1.2 करोड़ यात्रियों द्वारा इसका उपयोग किया जाएगा.
- नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण यूपी में एनसीआर क्षेत्र में गौतमबुद्ध नगर में जेवर के पास किया जा रहा है. इसके निर्माण को लेकर मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी का ध्यान रखा गया है.
- इस एयरपोर्ट को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (Public-Private partnership या PPP)के तहत विकसित किया जा रहा है और काम पूरा होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.
- यूपी में 2012 तक केवल दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे थे, जब लखनऊ के बाद वाराणसी को यह गौरव प्राप्त हुआ था.20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू हुआ जबकि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का काम प्रगति पर है जहां हवाई सेवाएं अगले साल की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद है.
- उत्तर प्रदेश में वाणिज्यिक उड़ानों को संभालने वाले एयरपोर्ट, लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, गोरखपुर, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और हिंडन (गाजियाबाद) हैं.
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