प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर कांग्रेस (Congress) और विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन पर निशाना साधा है. जनता से किए गए वादों को पूरा करने में नाकाम रहने पर पीएम मोदी ने कांग्रेस के बड़ी नसीहत भी दी. उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को लोगों के सामने दिए गए बयानों की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा, "हमें याद रखना चाहिए कि हमारे देश में 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की परंपरा है."
न्यूज एजेंसी ANI को दिए खास इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, "मुझे लगता है कि राजनीतिक नेतृत्व संदिग्ध होता जा रहा है. ऐसी स्थिति में हमें याद रखना चाहिए कि हमारे देश में 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की परंपरा है. यानी चाहे आपकी जिदंगी चली जाए, लेकिन आपका किया हुआ वादा अधूरा नहीं रहना चाहिए. मेरा मानना है कि राजनेताओं को अपने किए वादों की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है."
मोदी ने कहा, "मैं जो कहता हूं वह मेरी जिम्मेदारी है. मैंने इसकी गारंटी भी दी है. मैं अनुच्छेद 370 का मामला लेता हूं. यह हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता रही है. मैंने साहस दिखाया और 370 को हटा दिया. आज जम्मू-कश्मीर का भाग्य बदल गया है.''
पीएम मोदी ने कहा, "जहां तक गारंटी का सवाल है... मुझे लगता है कि राजनेता अपनी बात के पक्के नहीं हैं. वो फायदे के लिए जो चाहे कह देते हैं. लेकिन उनके पास करने के लिए कुछ नहीं है. एक नेता के पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं. जिसमें उनका एक बयान दूसरे से इतना विरोधाभासी है कि लोग एक साथ देखते हैं और कहते हैं... यह आदमी हमें कितना बेवकूफ बनाता था. अभी मैंने एक राजनेता का भाषण सुना है, जिसमें उन्होंने कहा था- 'मैं एक झटके में गरीबी हटा दूंगा.' लेकिन इनके पास ऐसा करने के लिए कोई विजन नहीं है."
पीएम मोदी ने कहा, "मैं कभी नहीं कहूंगा कि मैंने सब कर दिया. बेशक कई काम हो गए. फिर भी मुझे अभी भी बहुत कुछ करना है. क्योंकि मैं देख रहा हूं कि मेरे देश को कितनी जरूरत है. हर परिवार का सपना है, वो सपने पूरे करने हैं. मेरे दिल में यही है. इसलिए मैं कहता हूं कि यह एक ट्रेलर है. मैं और भी बहुत कुछ करना चाहता हूं."
इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री ने फर्स्ट टाइम वोटर्स से अगले 25 वर्षों के लिए देश के भविष्य पर विचार करने और फिर अपना वोट डालने की अपील की.