18वीं लोकसभा के पहले सत्र के सातवें दिन मंगलवार (2 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से जुड़े धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा का जवाब दिया. पीएम मोदी जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा कर दिया. कुछ देर पीएम ने अपनी बात रखी, लेकिन विपक्ष ने फिर से जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. ऐसे में कुछ सेकेंड के लिए पीएम मोदी ने अपना भाषण रोक दिया और सीट पर बैठ गए.
पीएम के संबोधन के बीच विपक्षी सांसद वेल में आकर नारेबाजी करने लगे. इसपर स्पीकर ओम बिरला भड़क गए. स्पीकर ने विपक्षी सांसदों को फटकार लगाई. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से कहा कि आपको 90 मिनट बोलने का मौका दिया. आप इतनी बड़ी पार्टी लेकर चल रहे हो, ऐसा नहीं चलता है. पांच साल ऐसे ही नहीं चलेगा.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में एक वादा किया. उन्होंने कहा- "हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लेकर चले हैं. हमारे तीसरे टर्म में 3 गुना स्पीड से काम करेंगे, 3 गुना शक्ति लगाएंगे, देशवासियों को 3 गुना परिणाम लाकर के देंगे." यहां पढ़िए पीएम मोदी के भाषण की खास बातें:-
हिंदू आतंकवाद गढ़ने की कोशिश की
पीएम ने कहा, 'कल जो हुआ, देश के कोटि-कोटि देशवासी इसे माफ नहीं करेंगे. ये गंभीर बात है कि हिंदुओं पर आरोप लगाने का झूठा षड्यंत्र हो रहा है. क्या हिंदू हिंसक होते हैं? ये है आपकी सोच, आपका चरित्र. ये देश शताब्दियों इसे भूलने वाला नहीं है. इन लोगों ने हिंदू आतंकवाद गढ़ने की कोशिश की थी. इन्होंने शक्ति के विनाश की बात कही थी. देश इन्हें माफ नहीं करेगा। देश की संस्कृति-परंपरा का मजाक उड़ाना, इसे फैशन बना दिया गया है. सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है."
झूठ की परंपरा को लेकर हो कठोर कार्रवाई
पीएम मोदी ने कहा कि सदन में इस झूठ की परंपरा को लेकर कठोर कार्रवाई करेंगे, ऐसी अपेक्षा है. निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए ईश्वर के रूपों का इस तरह से खेल. सदन में कल का दृश्य देखकर अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है.
कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला
पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला है. आपातकाल का ये 50वां साल है. सत्ता के लोभ के खातिर, तामसिक मानसिकता के चलते इमरजेंसी थोपी गई. इसमें कांग्रेस क्रूरता की सभी हदें पार गई. सरकारें गिराना, मीडिया को दबाना, हर काम में संविधान की धारा, भावना और हर शब्द के खिलाफ काम किया."
तब बेशर्मी के साथ स्वीकार कर लेते थे... - मोदी का राजीव गांधी पर कटाक्ष
नेहरू और अंबेडकर का जिक्र
पीएम ने कहा, "कांग्रेस ने देश के दलितों-पिछड़ों के साथ अन्याय किया है. इसी कारण बाबा साहेब अंबेडकर ने दलितविरोधी, पिछड़ाविरोधी मानसिकता के चलते नेहरू जी के कैबिनेट से इस्तीफा दिया. अंबेडकर के इस्तीफे के बाद नेहरू जी ने उनका राजनीतिक जीवन खत्म करने के लिए पूरी ताकत लगा दी. अंबेडकर जी को चुनाव हरवाया गया. नेहरू जी ने बाबा साहेब अंबेडकर की हार का जश्न मनाया."
कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला
पीएम मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने संविधान को लेकर हमेशा झूठ बोला है. आपातकाल का ये 50वां साल है. सत्ता के लोभ के खातिर, तामसिक मानसिकता के चलते इमरजेंसी थोपी गई. इसमें कांग्रेस क्रूरता की सभी हदें पार गई. सरकारें गिराना, मीडिया को दबाना, हर काम में संविधान की धारा, भावना और हर शब्द के खिलाफ काम किया."
बालक बुद्धि कहकर हरकतों को नजरअंदाज न करें
मोदी ने कहा, "संविधान की गरिमा से खिलवाड़ सदन का दुर्भाग्य है. अनेक बार जीतकर आए लोग सदन की गरिमा से खिलवाड़ करें, ये शोभा नहीं देता. जो दल 60 साल तक यहां बैठा है, जो सरकार के काम को जानता है, जिसके पास अनुभवी नेताओं की श्रृंखला है, वह दल जब झूठ के रास्ते को चुन ले तब देश गंभीर संकट की ओर जा रहा है, इस बात का संकेत है. यह महापुरुषों का अपमान है, आजादी दिलाने वालों का अपमान है. आप सहृदयी हैं, अब जो हो रहा है, कल जो हुआ है, उसे गंभीरता से लिए बिना हम संसदीय लोकतंत्र को रक्षित नहीं कर पाएंगे. अब बालक बुद्धि कहकर के इन हरकतों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. इसके पीछे इरादे नेक नहीं, गंभीर खतरे के हैं."
1 जुलाई को मनाया गया खटाखट दिवस
पीएम मोदी ने राहुल गांधी के एक बयान को लेकर भी तंज कसे. उन्होंने कहा, "देश ने 1 जुलाई को खटाखट दिवस भी मनाया है. 1 जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8500 रुपये आए कि नहीं आए. झूठ नैरेटिव का परिणाम देखिए, कांग्रेस ने देशवासियों को गुमराह किया, माताओं-बहनों को हर महीने 8500 रुपये देने का झूठ. माताओं-बहनों के दिल को जो चोट लगी है, वह कांग्रेस को तबाह करने वाली है."
बालक बुद्धि किसी के भी गले पड़ जाते हैं
पीएम मोदी ने कहा, "ये नया ड्रामा चलाया जा रहा है, लेकिन देश ये जानता है कि ये हजारो करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में जमानत पर हैं, ओबीसी पर टिप्पणी के मामले में सजा पा चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर टिप्पणी को लेकर माफी मांगनी पड़ी है. इन पर वीर सावरकर के अपमान का मुकदमा है. इन पर देश की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को हत्यारा कहने का मुकदमा है. इन पर कई अदालतों में झूठ बोलने के केस हैं. बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है ना व्यवहार का ठिकाना होता है. बालक बुद्धि जब पूरी तरह से सवार हो जाती है तो ये सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं."
हमने सदन ने कल बचकाना हरकत देखी
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसे. उन्होंने कहा, "आजकल सिम्पैथी गेन करने के लिए नई ड्रामेबाजी शुरू की गई है. नया खेल खेला जा रहा है. एक किस्सा सुनाता हूं. एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा. उसकी मां भी डर गई क्या हो गया. वह कहने लगा मां मुझे स्कूल में मारा गया. आज उसने मारा, इसने मारा और रोने लगा. मां ने बात पूछी तो बता नहीं रहा था. बच्चा ये नहीं बता रहा था कि उस बच्चे ने किसी बच्चे को मां की गाली दी थी, किताबें फाड़ दी थी, टीचर को चोर कहा था, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था. हमने कल सदन में यही बचकाना हरकत देखी है. कल यहां बालक बुद्धि का विलाप चल रहा था."
99 सीटों के बहाने राहुल गांधी पर कसे तंज
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 99 सीटें जीतने पर राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसा. उन्होंने कहा, "कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला. वह गिर गया, रोने लगा तो कोई बड़ा आकर कहता है कि देखो चींटी मर गई, चिड़िया मर गई. ऐसा कहकर बड़े बच्चे का मन बहला देते है. आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है."
कांग्रेस को मिला विपक्ष में बैठने का जनादेश
पीएम मोदी ने कहा, "लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए भी इस देश की जनता ने जनादेश दिया है. ये जनादेश है- वहीं बैठो. विपक्ष में ही बैठो और तर्क खत्म हो जाए तो चीखते रहो चिल्लाते रहो. कांग्रेस के इतिहास का ये पहला मौका है जब लगातार तीन बार कांग्रेस सौ का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है. कांग्रेस के इतिहास में ये तीसरी सबसे बड़ी हार है. तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "अच्छा होता कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती, जनता जनार्दन के आदेश को स्वीकार करती, आत्ममंथन करती. लेकिन ये तो शीर्षासन करने में लगे हैं. ये दिन-रात नागरिकों के मन में यह स्थापित करने में लगे हैं कि जनता ने हमें हरा दिया है. आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है और कांग्रेस के लोग, उनका इकोसिस्टम ये मन बहलाने का काम कर रहा है."
2024 से कांग्रेस बन गई परजीवी
पीएम मोदी ने कहा, "मैं कांग्रेस के लोगों को कहूंगा कि जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ. फर्जी जीत के नशे में मत डुबाओ. ईमानदारी से जनादेश को समझने की कोशिश करो, उसे स्वीकार करो. मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के जो साथी दल हैं, उन्होंने इस चुनाव का विश्लेषण किया है कि नहीं किया है. ये चुनाव इन साथियों के लिए भी एक संदेश है. अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी. 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है. कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है और इसीलिए कांग्रेस, परजीवी कांग्रेस बन चुकी है."
NEET के मामले में हो रही गिरफ्तारियां
पीएम मोदी ने NEET पेपर लीक विवाद पर भी जवाब दिया. विपक्ष इस पर जवाब की मांग कर रही थी. पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया ने अपने संबोधन में पेपर लीक पर भी चिंता जताई है. मैं भी हर विद्यार्थी को, हर नौजवान को कहूंगा कि सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर है. युद्ध स्तर पर हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को कत्तई छोड़ा नहीं जाएगा. नीट के मामले में देशभर में पहले ही गिरफ्तारियां की जा रही हैं. पेपर लीक को लेकर सरकार पहले ही एक कड़ा कानून बना चुकी है. परीक्षा को पुख्ता करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं."
हम गालियां खाकर भी कर रहे काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेना में भर्ती को लेकर सरासर झूठ फैलाया जा रहा है कि मेरे देश के नौजवान सेना में न जाएं. सदन के माध्यम से जानना चाहता हूं, आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेनाओं को कमजोर करना चाहती है. किसके फायदे के लिए कांग्रेस वाले सेना के संबंध में इतना झूठ फैला रहे हैं. वन रैंक, वन पेंशन के लिए देश के वीर जवानों की आंखों में धूल झोकने का प्रयास किया गया है. इंदिरा गांधी ने इस व्यवस्था को खत्म किया था. दशकों तक कांग्रेस ने इसे लागू नहीं होने दिया गया. हम गालियां खाकर भी काम कर रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर की दीवार गिरी तो सब कुछ बदल गया
पीएम ने अपने भाषण में जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "आज देश का हर नागरिक जानता है कि वह कुछ भी कर सकता है. 370 ने जम्मू-कश्मीर के क्या हालात कर दिए थे? यहां संविधान को सिर पर रखकर नाचने वाले लोग वहां संविधान लागू करने से कतराते थे. लोग कहते थे- जम्मू-कश्मीर का कुछ नहीं हो सकता. जम्मू-कश्मीर की दीवार गिरी तो सबकुछ बदल गया. अब वहां लोग रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने के लिए आ रहे हैं."
केरल में BJP ने खोला खाता
लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केरल में पहली बार BJP ने खाता खोला है. ओडिशा में हमें महाप्रभु जगन्नाथ का आशीर्वाद मिला है. तमिलनाडु में भी हमारा परफॉर्मेंस सुधरा है. आने वाले तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में हम जोरदार प्रदर्शन करेंगे.
पीएम मोदी ने गिनाई अपनी सरकार की उपलब्धियां
पीएम मोदी ने इस दौरान अपनी 10 साल के शासनकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं. उन्होंने कहा, "10 साल में हमारी सरकार की कई सिद्धियां हैं. देश निराशा के गर्त से निकला. धीरे-धीरे देश के मन में स्थिर हो गया, जो 2014 से पहले कहते थे कि कुछ नहीं हो सकता. वो आज कहते हैं कि देश में सब संभव है. ये विश्वास जताने का काम हमने किया."
अब भारत के पास आतंक के आकाओं को सबक सिखाने का सामर्थ्य
2014 के पहले वह भी एक वक्त था जब आतंकी आकर के जब जहां चाहें, हमला कर सकते थे. निर्दोष लोग मारे जाते थे, कोने-कोने को टारगेट किया जाता था और सरकारें मुंह तक खोलने को तैयार नहीं थीं. 2014 के बाद का हिंदुस्तान घर में घुसकर मारता है, सर्जिकल स्ट्राइक, एयरस्ट्राइक करता है और आतंक के आकाओं को भी सबक सिखाने का सामर्थ्य दिखा दिया है."
2014 से पहले घोटाले का था कालखंड
पीएम मोदी ने यूपीए के शासकाल का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2014 के उन दिनों को याद करेंगे, तो हमें ध्यान आएगा कि देश के लोगों का आत्मविश्वास खो चुका था. देश निराशा के सागर में डुबा था. 2014 के पहले देश ने जो सबसे बड़ा नुकसान भुगता था, अमानत खोई थी, वह था आत्मविश्वास. 2014 के पहले यही शब्द सुनाई देते थे- इस देश का कुछ नहीं हो सकता. ये सात शब्द भारतीयों की निराशा की पहचान बन गए थे. अखबार खोलते थे तो घोटालों की खबरें ही पढ़ने को मिलती थीं. रोज नए घोटाले, घोटाले ही घोटाले. घोटालों की घोटालों से स्पर्धा, घोटालेबाज लोगों के घोटाले. भाई-भतीजावाद इतना फैला हुआ था कि सामान्य नौजवान तो आशा छोड़ चुका था कि अगर कोई सिफारिश करने वाला नहीं है तो जिंदगी ऐसे ही चलेगी."
पीएम ने बताया विकसित भारत का मतलब
पीएम मोदी ने अपने भाषण में विकसित भारत का मतलब भी बताया. उन्होंने कहा, "जब देश विकसित होता है, कोटि-कोटि जनों के सपने पूरे होते हैं, संकल्प सिद्ध होते हैं, आने वाली पीढ़ियों के लिए भी मजबूत नींव तैयार हो जाती है. विकसित भारत का सीधा-सीधा लाभ हमारे देश के नागरिकों की गरिमा, क्वालिटी ऑफ लाइफ में सुधार, स्वाभाविक रूप से भाग्य में आता है. आजादी के बाद सामान्य नागरिक इन चीजों के लिए तरसता रहा है. हमारे गांव, शहरों की स्थिति में भी बहुत बड़ा सुधार होता है. गांव के जीवन में गरिमा भी होती है, विकास के नए अवसर भी होते हैं."
जनता ने तीसरी बार दिया सेवा करने का मौका
मोदी ने कहा, "विश्व का सबसे चुनावी अभियान और इसमें हमें देश की जनता ने तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है. यह विश्व के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण घटना है. हमें हम कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने ये जनादेश दिया है. जनता ने देखा कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने जिस समर्पण भाव से काम किया, उसके कारण 10 साल में 30 करोड़ गरीबी से निकले. इतने कम समय में इतने लोगों को गरीबी से बाहर निकलना हमारे लिए आशीर्वाद का कारण बना."
जनता ने देखा हमारे 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा,"जनता ने हमारी 10 साल की सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड देखा है. हमने जनसेवा ही ईश्वर सेवा को मंत्र बनाकर काम किया. देश ने हमें भ्रष्टाचार को लेकर जो जीरो टॉलरेंस नीति है, उसके लिए आशीर्वाद दिया है. आज विश्व में भारत का गौरव हो रहा है. दुनिया में साख बढ़ी है."
हमारा एकमात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट
पीएम मोदी ने कहा, "भारत को देखने का गौरवपूर्ण नजरिया भी हर भारतवासी अनुभव कर रहा है. हमारा एकमात्र लक्ष्य नेशन फर्स्ट है. भारत सर्वप्रथम है. हमारी हर नीति, हर निर्णय, हर कार्य का एक ही तराजू रहा है- भारत प्रथम. भारत प्रथम की भावना के साथ जो जरूरी रिफॉर्म थे, उनको भी लगातार जारी रखा है. 10 साल में हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को लेकर के सबका कल्याण करने का प्रयास करती रही है."
हमने तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण किया
पीएम मोदी ने कहा, "इस देश ने लंबे अरसे तक तुष्टिकरण की राजनीति भी देखी और तुष्टिकरण की गवर्नेंस का मॉडल भी देखा. देश ने पहली बार सेक्यूलरिज्म का एक पूरा, हमने तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण के विचार को लेकर चले हैं. जब हम संतुष्टिकरण की बात करते हैं तो इसका मतलब है कि आखिरी व्यक्ति तक लाभ पहुंचे. जब हम सैचुरेशन के सिद्धांत की बात करते हैं तो ये सच्चे अर्थ में सामाजिक न्याय और सेक्यूलरिज्म होता है. इस पर देश की जनता ने हमें तीसरी बार बैठाकर मुहर लगा दी है. अपीजमेंट ने देश को तबाह करके रखा है. हम जस्टिस टू ऑल, अपीजमेंट टू नन का सिद्धांत लेकर चले हैं.हमारी नीति और नीयत पर पर लोगों ने भरोसा किया."
कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं
पीएम मोदी ने कहा, "हमने दुनिया को दिखा दिया कि ये विश्व का सबसे बड़ा चुनावी अभियान था. देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनावी अभियान ने हमें चुना है. मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बावजूद उनकी घोर पराजय हुई."
फर्स्ट टाइम MPs का भी किया जिक्र
विपक्षी सांसदों के भाषण को लेकर पीएम मोदी ने कहा, "मैं विशेषकर पहली बार जो हमारे बीच सांसद बनकर आए हैं, उन्होंने जो विचार रखे, संसद के सभी नियमों का पालन करके हुए किए. उनका व्यवहार ऐसा था, जैसा किसी अनुभवी सांसद का होता है. इसलिए पहली बार आने के बावजूद भी उन्होंने सदन की गरिमा बढ़ाई और अपने विचारों से इस डिबेट को मूल्यवान बनाया है.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हिंदुत्व, अयोध्या, जम्मू-कश्मीर, अग्निवीर स्कीम समेत कई अहम मुद्दों को लेकर BJP पर निशाना साधा था. राहुल ने BJP पर देश में हिंसा, नफरत और डर फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि ये लोग हिंदू नहीं हैं. राहुल के इस दावे का सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विरोध भी जताया. विरोध जताने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी जगह से खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बहुत गंभीर विषय है. ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi Speech) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ओर से लगाए गए आरोपों का भी जवाब देंगे.
अखिलेश यादव ने उठाया अयोध्या में जीत का मुद्दा
इससे पहले मंगलवार को लोकसभा में भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई. आज सबसे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सदन में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा- "हम बचपन से सुनते आए हैं- होइहि सोइ जो राम रचि राखा. अयोध्या की जीत ने इसे साबित कर दिया. जो कहते थे हम उनका लाए हैं, उन्होंने उन्हें हरा दिया."
BJP ने कांग्रेस पर किया पलटवार
इस दौरान BJP ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने लोकसभा चुनाव में भय फैलाने और भ्रम की राजनीति की. संसद पर हमले के दोषी का समर्थन करने वालों को टिकट दिया. BJP ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ऐसे लोगों को टिकट दिया, जिन्होंने देश के प्रधानमंत्री को लेकर गलत बयानबाजी की थी.
फिल्ल 'शोले' की मौसी का नाम लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने किया कांग्रेस पर हमला, लगाये ये आरोप