प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बीते 9 वर्षों में भारत ने टीबी की बीमारी के खिलाफ 'जंग' में अनेक मोर्चो पर एक साथ काम किया है, इसमें पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति, तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल और अच्छी हेल्थ को बढ़ावा देने वाले फिट इंडिया, खेलो इंडिया और योग जैसे अभियान शामिल हैं. शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वर्ल्ड टीबी डे समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "मुझे विश्वास है, TB जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी." उन्होंने कहा कि भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, "मेरे लिए ये बहुत खुशी के बात है कि 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' काशी में हो रही है. सौभाग्य से मैं काशी का सांसद भी हूं. काशी नगरी शाश्वत धरा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है. काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता भी निकलता है.उन्होंने कहा कि प्रयास से रास्ता निकलता है. आज देश में 10-12 साल के बच्चे भी टीवी के खिलाफ जंग को आगे बढ़ा रहे हैं, ऐसे कई बच्चे हैं जिन्होंने अपना पिगी बैंक छोड़कर टीवी मरीजों को अडाप्ट किया है.
पीएम मोदी ने कहा, "भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. टीबी खत्म करने का ग्लोबल टारगेट वर्ष 2030 है लेकिन भारत वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है.कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर को TB मुक्त अवार्ड से सम्मानित किया गया है.मैं इस सफलता को प्राप्त करने वाले लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं."
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