राष्ट्रपति भवन में 09 जून को शाम 07.15 बजे होने वाले भव्य शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां लगभग पूरी हो गयी हैं. राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट को भव्य तरीके से सजाया संवारा गया है. फोरकोर्ट में एक विशेष मंच तैयार किया गया है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.
केंद्रीय एजेंसी CPWD की देखरेख में पूरे परिसर को विशेष फूलों और सजावटी पौधों से सजाया गया है. ऐतिहासिक राष्ट्रपति भवन की ईमारत को विशेष रंगबिरंगी लाइटों से सजाया गया है. विशिष्ट मेहमानों के स्वागत के लिए रेड कारपेट्स भी लगाए गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक करीब 8000 मेहमान इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लेंगे. 2014 और 2019 में भी नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में ही एक भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लिया था. इस अवसर पर भारत के कई पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. मोदी के शपथग्रहण समारोह में इन देशों के दो राष्ट्रपति, एक उपराष्ट्रपति और चार प्रधानमंत्री शामिल होंगे.
शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक रिलीज़ के मुताबिक, "श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू, Seychelles के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधान मंत्री, शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधान मंत्री प्रविंद कुमार जुगनुथ, नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' और भूटान के प्रधान मंत्री शेरिंग टोबगे ने भाग लेने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री, शेख हसीना पहली अति विशिष्ट अतिथि हैं, जो शुक्रवार को दिल्ली पहुंच गई. शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के अलावा ये अति विशिष्ट अतिथि उसी शाम राष्ट्रपति भवन में द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में भी शामिल होंगे.
पीएमओ के मुताबिक, "प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए नेताओं की यात्रा भारत द्वारा अपनी 'पड़ोसी पहले' नीति और 'सागर' दृष्टिकोण को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए है."
साथ ही, विशिष्ट अतिथियों में दक्षिण रेलवे के चेन्नई डिवीज़न की वरिष्ठ सहायक लोको पायलट, ऐश्वर्या एस मेनन, जो वंदे भारत ट्रेनों पर काम करती हैं, को नई सरकार (18वीं लोकसभा) के शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है. ऐश्वर्या मेनन ने वंदे भारत एक्सप्रेस और जन शताब्दी जैसी प्रतिष्ठित ट्रेनों में 2 लाख से अधिक फुटप्लेट घंटे चलाने की उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है.
इसके अलावा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में काम करने वाले कुछ मज़दूरों के साथ-साथ ट्रांसजेंडर्स, स्वच्छता कार्यकर्ता ,केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों और विकसित भारत के एंबेसडरों को भी निमंत्रित किया गया है.