PM MODI at WEF : क्रिप्टोकरेंसी से क्लाइमेट चेंज तक पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस एजेंडा बैठक को वर्चुअली संबोधित किया. पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़ा कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के आंकड़े गिनाए. साथ ही क्रिप्टोकरेंसी से लेकर क्लाइमेट चेंज तक अहम मुद्दों पर बात रखी.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins

PM Modi @Davos : प्रधानमंत्री ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की समिट को संबोधित किया

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस एजेंडा बैठक को वर्चुअली संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस दौरान दुनिया के सबसे बड़ा कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान की कामयाबी के आंकड़े गिनाए. साथ ही क्रिप्टोकरेंसी से लेकर क्लाइमेट चेंज तक दुनिया के अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि कोरोना के इस संकट भरे दौर में भी भारत ने आर्थिक सुधारों की रफ्तार जारी रखी है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने करोना के दौरान इकोनामिक रिफॉर्म पर भी फोकस किया है.जब से कोरोना का दौर शुरू हुआ, तब से हम मुफ्त राशन भी दे रहे हैं. 

  1. कोरोना काल की चुनौतियों का उल्लेख करते हुए ने कहा कि भारत कोरोना लहर का मजबूती से सामना कर रहा है. भारत खाद्य सुरक्षा के तहत पिछले दो साल से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन पहुंचा रहे हैं. साथ ही जीवन सुरक्षा के लिए भारत ने एक साल में ही  करीब 160 करोड़ वैक्सीन डोज देने का कीर्तिमान भी बनाया है. 
  2. पीएम ने कहा, कोरोना के कठिन दौर में भी देश ने आर्थिक सुधारों की गति जारी रखी है. उन्होंने देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए 16 सेक्टर में शुरू की गई 26 अरब डॉलर की पीएलआई स्कीम का जिक्र किया. इज ऑफ डूइंग के तहत पीएम गति शक्ति योजना का भी उल्लेख किया, ताकि परियोजनाओं को रफ्तार दी जा सके. उन्होंने कहा कि कारोबार शुरू करने में रोड़ा बनने वाली 2600 से ज्यादा अड़चनों को दूर किया गया है. कारपोरेट टैक्स को निचले स्तर पर लाया गया है.
  3. कोरोना के मुश्किल दौर में भारत ने दुनिया के गरीब देशों का भी ध्यान रखा है. ‘One Earth, One Health' के विजन के तहत तमाम देशों को जरूरी दवाइयां देकर, कोरोना वैक्सीन देने का काम किया गया है. भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा दवा उत्पादक है औऱ pharmacy to the world बन गया है.
  4. आईटी सेक्टर में भारत की ताकत बताते हुए उन्होंने कहा, आज भारत, दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है. 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भारत में काम कर रहे हैं. आज भारत में दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा यूनीकार्न (Unicorns) हैं. 10 हजार से ज्यादा स्टार्टअप पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं.
  5. प्रधानमंत्री बोले, भारत के पास दुनिया का बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म ( digital payments platform) है.भारत में UPI  के माध्यम से 4.4 अरब भुगतान हुए हैं.
  6. आज भारत Ease of Doing Business को बढ़ावा दे रहा है, सरकार के दखल को कम से कम कर रहा है। भारत ने अपने corporate tax rates को simplify करके, कम करके, उसे दुनिया में most competitive बनाया है। बीते साल ही हमने 25 हज़ार से ज्यादा compliances कम किए हैं
  7. Advertisement
  8. भारतीयों में Innovation की, नई Technology को Adopt करने की जो क्षमता है, entrepreneurship की जो स्पिरिट है, वो हमारे हर ग्लोबल पार्टनर को नई ऊर्जा दे सकती है। इसलिए भारत में इन्वेस्टमेंट का ये सबसे best time है.भारतीय युवाओं में आज entrepreneurship, एक नई ऊंचाई पर है। 2014 में जहां भारत में कुछ सौ रजिस्टर्ड स्टार्ट अप थे। वहीं आज इनकी संख्या 60 हजार के पार हो चुकी है। इसमें भी 80 से ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं, जिसमें से 40 से ज्यादा तो 2021 में ही बने हैं
  9. आज भारत वर्तमान के साथ ही अगले 25 वर्षों के लक्ष्य को लेकर नीतियां बना रहा है, निर्णय ले रहा है। इस कालखंड में भारत ने high growth के, welfare और wellness की saturation के लक्ष्य रखे हैं। ग्रोथ का ये कालखंड green भी होगा, clean भी होगा, sustainable भी होगा, reliable भी होगा
  10. Advertisement
  11. हमें ये मानना होगा कि हमारी Lifestyle भी Climate के लिए बड़ी चुनौती है। ‘Throw away' Culture और Consumerism ने Climate Challenge को और गंभीर बना दिया है। आज की जो ‘take-make-use-dispose' economy है, उसको तेज़ी से circular economy की तरफ बढ़ाना बहुत ज़रूरी है
  12. मिशन LIFE का global mass movement बनना ज़रूरी है। LIFE जैसे जनभागीदारी के अभियान को हम P-3, ‘Pro Planet People' का एक बड़ा आधार भी बना सकते हैंआज global order में बदलाव के साथ ही एक वैश्विक परिवार के तौर पर हम जिन चुनौतियों का सामना करते रहे हैं, वो भी बढ़ रही हैं। इनसे मुकाबला करने के लिए हर देश, हर वैश्विक एजेंसी द्वारा collective और synchronized action की जरूरत है
  13. Advertisement