प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को अधिकारियों को सलाह दी कि वे कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वैरिएंट बी 1.1.529 या ओमीक्रॉन (Omicron) को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को कम करने की योजना की समीक्षा करें. प्रधानमंत्री ने कोविड-19 और टीकाकरण से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि विदेशों से आने वालों की निगरानी करने और जोखिम वाले देशों पर ध्यान देने के साथ मौजूदा दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड टेस्ट कराने की बात कही. कोरोना का यह वैरिएंट इस सप्ताह की शुरुआत में पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था.
पीएम मोदी ने कहा कि उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले समूहों में गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए. साथ ही उन्होंने अधिक सतर्क रहने और मास्किंग और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी उचित सावधानी बरतने की जरूरत भी बताई.
प्रधानमंत्री को कोविड-19 संक्रमणों और मामलों पर वैश्विक रुझानों के बारे में जानकारी दी गई. अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि दुनियाभर के देशों ने महामारी की शुरुआत के बाद से कई COVID-19 केस बढ़ोतरी देखने को मिली है. पीएम ने कोरोना के मामलों और टेस्ट की पॉजिटिविटी दरों से संबंधित राष्ट्रीय स्थिति की भी समीक्षा की.
कोरोना के नए वैरिएंट के चलते दक्षिण अफ्रीकी देशों से मुंबई आने वालों की होगी Genome सिक्वेंसिंग
प्रधानमंत्री को टीकाकरण में प्रगति और 'हर घर दस्तक' अभियान के तहत की जा रही कोशिशों की जानकारी दी गई. पीएम ने निर्देश दिया कि दूसरी खुराक का दायरा बढ़ाने की जरूरत है और राज्यों को ये सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जिन लोगों को पहली खुराक मिली है, उन्हें दूसरी खुराक समय पर दी जाए. पीएम को समय-समय पर देश में सीरो-पॉजिटिविटी और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में इसके प्रभाव के बारे में भी जानकारी दी गई.
कर्नाटक के कोरोना हब बने मेडिकल कॉलेज में 77 और कोरोना पॉजिटिव, 1822 की रिपोर्ट्स का है इंतजार
पीएम मोदी ने अधिकारियों को राज्य और जिला स्तर पर उचित जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने निर्देश दिया कि उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले समूहों में गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और उन राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए जो वर्तमान में उच्च मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं.
साथ ही पीएम मोदी ने ये भी कहा कि वायरस के वेंटिलेशन और हवा से पैदा होने वाले व्यवहार के बारे में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न दवाओं के पर्याप्त बफर स्टॉक सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के साथ तालमेल करने का निर्देश दिया.
पीएम मोदी ने अधिकारियों से बाल चिकित्सा सुविधाओं सहित चिकित्सा बुनियादी ढांचे के कामकाज की समीक्षा के लिए राज्यों के साथ काम करने को कहा. साथ ही ऑक्सीजन संयंत्रों और वेंटिलेटर के उचित कामकाज को देखने के लिए राज्यों के साथ तालमेल करने को भी कहा है.
कोरोना के नए वेरिएंट से हड़कंप, जानिए कितना है खतरनाक और भारत उठा रहा है क्या कदम