Maharashtra corona cases update: महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में आए जबर्दस्त उछाल ने चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के बढ़ते केसों के कारण अस्पतालों पर भी दबाव पड़ा है. राज्य के प्रमुख शहर नागपुर के एक अस्पताल का एक फोटो वायरल हुआ है जिसमें एक बेड पर कोरोना के दो पेशेंट नजर आ रहे हैं. यह फोटो, कोरोना महामारी से जूझते राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था की कड़वी सच्चाई को बयां करता है. जो फोटो सामने आया है वह नागपुर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (GMCH) का है, हालात यह है कि मरीजों से 'भरे' वार्ड में ज्यादातर बेड्स में एक के बजाय दो पेशेंट हैं.
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अधिकारियों के मुताबिक, प्राइवेट अस्पताल के तुलना में खर्च कम होने के कारण लोगों के सरकारी अस्पतालों की ओर रुख करने और डॉक्टरों द्वारा गंभीर मरीजों को GMCH रेफर किए जाने के कारण स्थिति और बिगड़ी है.हालांकि अस्पताल के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि एक बेड पर दो पेशेंट वाली स्थिति को अब 'ठीक कर लिया' गया है. अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट अविनाश गावंडे कहते हैं, 'प्रोटोकॉल के अनुसार, मॉडरेट से सीवियर कोविड-19 पेशेंट और शहर के बाहर से आए गंभीर रूप से बीमार पेशेंट ही अस्पताल में भर्ती कराए जा रहे हैं.'
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उन्होंने कहा, 'GMCH में वर्कलोड काफी जबर्दस्त है. हम बेड की संख्या बढ़ा रहे हैं. हालात अब सामान्य हैं और एक बेड पर एक ही पेंशट है.' नागपुर शहर में सोमवार को 3100 नए कोरोना केस रिकॉर्ड किए गए और 55 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुए. शहर में अब तक कोरोना के 2,21,997 केस आ चुके हैं.
बीजेपी के नेता चंद्रकांत बावनकुले ने आरोप लगाया कि कोविड के पेशेंट को उसी वार्ड में भर्ती किया जा रहा है जहां दूसरी बीमारी के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. राज्य के पूर्व मंत्री बावनकुले कहते हैं, 'नागपुर में बेड ही नहीं बचे हैं और ऐसे समय जब महामारी विकराल रूप में है, सरकार कुंभकर्ण की नींद में सो रही है.'उन्होंने कहा कि नागपुर से महाराष्ट्र सरकार में तीन मंत्री है लेकिन इनमें से एक भी शहर में नहीं है. बावनकुले ने आरोप लगाया, 'कोई प्लानिंग नहीं है और ये मंत्री स्थिति को लेकर चिंतित नहीं हैं, वे और कहीं व्यस्त हैं.'गौरतलब है कि देश में महाराष्ट्र राज्य, कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है.