कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने गुरुवार को कहा कि अधिकारियों ने उन्हें छत्तीसगढ़ जाने वाले विमान से उतारने के लिए झूठ बोला. मुझे बताया गया कि मेरे सामान के साथ कुछ समस्या है. हालांकि, मेरे पास केवल हाथ में रखने वाला ही सामान था. उन्होंने मुझे बताया कि आप विमान में नहीं जा सकते. फिर उन्होंने कहा कि डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) आपसे मिलेंगे. मैं लंबे समय से इंतजार कर रहा हूं. नियम, कानून और कारणों का कुछ अता-पता नहीं है. फिर जब असम पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया तो बोले कि लंबी लड़ाई के लिए तैयार हूं.
पवन खेड़ा कांग्रेस के एक वरिष्ठ प्रवक्ता है. पार्टी नेताओं के विमान में चढ़ने के कुछ क्षण बाद पवन खेड़ा को बोर्डिंग पास के बावजूद दिल्ली से इंडिगो की एक उड़ान से कथित रूप से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की बैठक के लिए रायपुर जा रहे पार्टी के लगभग 50 नेताओं ने विमान के बगल में टरमैक पर विरोध प्रदर्शन किया.
इंडिगो एयरलाइन के सूत्रों ने कहा कि पवन खेड़ा को प्राथमिकी या प्रथम सूचना रिपोर्ट मिलने पर विमान से उतारा गया था. उन्होंने कहा कि उड़ानों पर इसका "कोई प्रभाव नहीं" पड़ा. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पवन खेड़ा को बिना गिरफ्तारी वारंट के रोका गया. कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने NDTV से कहा, "यह और कुछ नहीं बल्कि एक घबराई हुई सरकार और उसकी मनमानी है."
भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने के आरोप में पवन खेड़ा की गिरफ्तारी की मांग की है. भाजपा नेता द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. इसके बाद ही गिरफ्तारी हुई है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, "मोदी सरकार पवन खेड़ा को दिल्ली-रायपुर उड़ान से उतारकर और उन्हें AICC प्लेनरी में शामिल होने से रोककर गुंडों के झुंड की तरह काम कर रही है. पवन खेड़ा को चुप कराने के लिए प्राथमिकी का उपयोग करना एक शर्मनाक, अस्वीकार्य कार्य है. पूरी पार्टी पवन खेड़ा के साथ है.”
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