Parliament LIVE Updates: लोकसभा में आज 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर खास चर्चा हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस चर्चा की शुरुआत की.
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को लोकसभा में दोपहर 12 बजे के बाद चर्चा शुरू हुई, जिसके पहले वक्ता पीएम मोदी हैं. कांग्रेस की तरफ से मुख्य वक्ताओं में गौरव गोगोई और प्रियंका गांधी का नाम है. 'वंदे मातरम' पर करीब दस घंटे चर्चा होनी है. यानी लोकसभा के सोमवार देर रात तक चलने की संभावना है.
| NDA के वक्ता | विपक्ष के वक्ता |
| PM मोदी | गौरव गोगोई |
| अनुराग ठाकुर | प्रियंका गांधी वाड्रा |
| बिप्लब देब | दीपेंद्र हुड्डा |
| बांसुरी स्वराज | डॉ. बिमोल अकोइजम |
| संबित पात्रा | प्रणीति शिंदे |
| तेजस्वी सूर्या | प्रशांत पडोले |
| संतोष पांडेय | चमाला किरण रेड्डी |
| सौमित्र खान | ज्योत्सना महंत |
| राजनाथ सिंह |
यहां पढ़ें Parliament Winter Session के लाइव अपडेट्स-
Vande Mataram LIVE: कांग्रेस ने वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए:पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि नेहरू जी को अपना सिंहासन डोलता नजर आया. कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए और मुस्लिम लीग के दबाव में वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए. तुष्टीकरण की राजनीति के दबाव में कांग्रेस वंदे मातरम के लिए झुकी इसलिए भारत के बंटवारे के लिए झुकना पड़ा.
Vande Mataram LIVE: इतना लोकप्रिय गीत आखिर उसके साथ अन्याय क्यों हुआ- PM मोदी
Parliament Winter Session Live: वंदे मातरम को लेकर पीएम मोदी ने महात्मा गांधी को याद किया. उन्होंने महात्मा गांधी के एक पत्र को कोट करते हुए कहा कि बापू ने लिखा था कि ‘वंदे मातरम इतना लोकप्रिय हो गया है जैसे कि यह हमारा राष्ट्र गान हो गया है. पीएम मोदी ने कहा कि यह गीत देश भर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिए गीत बन गया था, महात्मा गांधी ने इसे राष्ट्रगान की तरह लोकप्रिय माना लेकिन फिर भी पिछली सदी में इसके साथ अन्याय किया गया.'
Parliament Live Updates: ऐसा भाव-काव्य शायद दुनिया में कहीं उपलब्ध नहीं होगा- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'वंदे मातरम का जो जन–जन से जुड़ाव था, वह हमारे स्वतंत्रता संग्राम की एक लंबी गाथा की अभिव्यक्ति बन जाता है. जब भी किसी नदी की चर्चा होती है, तो उस नदी के साथ एक सांस्कृतिक धारा-प्रवाह, एक विकास-यात्रा की धारा-प्रवाह, एक जन–जीवन की धारा-प्रवाह स्वतः जुड़ जाती है. लेकिन क्या कभी किसी ने सोचा है कि आजादी की जंग की पूरी यात्रा वंदे मातरम् की भावनाओं से होकर गुजरती थी? ऐसा भाव-काव्य शायद दुनिया में कहीं उपलब्ध नहीं होगा.'
PM Modi LIVE: वंदे मातरम बोलने पर मिलती थी सजा- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'अंग्रेजों ने वंदे मातरम बोलने पर सजा के कानून लागू कर दिए थे. इस प्रतिबंध के विरोध में बारिसाल की एक वीरांगना सरोजनी बोष ने उस जमाने में कहा था कि वंदे मातरम पर जो प्रतिबंध लगा है, जब तक ये प्रतिबंध नहीं हटता है, मैं अपनी चूड़ियां निकाल दूंगी. भारत में वो एक जमाना था. चूड़ी निकालना, यानी महिला की जीवन की बड़ी घटना. उन्होंने सोने की चूड़ी हटा ली.'
PM Modi in Parliament Live: विपिन चंद्र पाल, महर्षि अरविंद घोष ने अखबार का नाम भी वंदे मातरम रखा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने वंदे मातरम कहते हुए फांसी को चूम लिया. यह अलग-अलग जेलों में होता था, लेकिन सबका एक ही मंत्र था, वंदे मातरम. चटगांव में जिन युवाओं ने अंग्रेजों को चुनौती दी वह भी एक चमकता हुआ नाम है. मास्टर सूर्यसेन को 1934 में जब फांसी दी गई तब उन्होंने अपने साथियों को एक पत्र लिखा और पत्र में एक ही शब्द की गूंज थी और वह शब्द था वंदे मातरम. भीकाजी कामा ने पेरिस में वंदे मातरम अखबार निकाला, विपिन चंद्र पाल, महर्षि अरविंद घोष ने अखबार का नाम भी वंदे मातरम रखा.
PM Modi Live: अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया, तो वंदे मातरम चट्टान की तरह खड़ा रहा: पीएम मोदी
PM मोदी ने कहा, अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया, तो वंदे मातरम चट्टान की तरह खड़ा रहा. यह नारा गली-गली का नाम बन गया. अंग्रेजों ने बंगाल विभाजन से भारत को कमजोर करने की दिशा पकड़ ली थी, लेकिन वंदे मातरम अंग्रेजों के लिए चुनौती और देश के लिए चट्टान बनता गया.
पीएम मोदी ने कहा कि बारिसाल हमारा हिस्सा नहीं है, लेकिन उस समय बारिसाल में भारत की वीरांगनाओं ने वंदे मातरम के प्रतिबंध के विरोध में लंबा चौड़ा प्रदर्शन किया. महिलाओं ने चूड़ियां उतारकर प्रदर्शन किया. बच्चों को कोडों की सजा हुई. लेकिन अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया था.
स्वतंत्रता आंदोलन का स्वर बन गया था वंदे मातरम - PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा, 'वंदे मातरम स्वतंत्रता आंदोलन का स्वर बन गया. वंदे मातरम हर भारतीय का संकल्प बन गया. 'त्वम ही दुर्गा, दश प्रहर धारिणी, कमला कमल दल विहारिणी, वाणी विद्या दायिनी, नमामि त्वाम... सुजलाम, सुफलाम मातरम, वंदे मातरम!' अर्थात भारत माता ज्ञान और समृद्धि की देवी भी हैं और दुश्मनों के सामने अस्त्र शस्त्र धारण करने वाली चंडी भी हैं.'
Parliament LIVE Updates: वंदे मातरम पर बोल रहे पीएम मोदी, राहुल-प्रियंका सदन में मौजूद नहीं
लोकसभा में पीएम वंदे मातरम पर बोल रहे हैं लेकिन विपक्ष के नेता राहुल गांधी सदन में अपनी सीट पर नहीं है. प्रियंका भी सीट पर नहीं हैं.
वंदे मातरम की 150 वर्ष की यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी- PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, वंदे मातरम की 150 वर्ष की यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी है, लेकिन जब वंदे मातरम के 50 वर्ष हुए, तब देश गुलामी में जीने के लिए मजबूर था.
जब वंदे मातरम के 100 वर्ष हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, और जब वंदे मातरम का अत्यंत उत्तम पर्व होना चाहिए था, तब भारत के संविधान का गला घोंट दिया गया था.
जब वंदे मातरम के 100 वर्ष हुए, तब देशभक्ति के लिए जीने-मरने वाले लोगों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था.
जिस वंदे मातरम के गीत ने देश को आजादी की ऊर्जा दी थी, उसके 100 वर्ष पूरे होने पर हमारे इतिहास का एक काला कालखंड दुर्भाग्य से उजागर हो गया.
सिर्फ राजनतिक लड़ाई का मंत्र नहीं था वंदे मातरम- पीएम मोदी
PM मोदी ने कहा, 'वंदे मातरम सिर्फ राजनैतिक आजादी की लड़ाई का मंत्र नहीं था, सिर्फ अंग्रेज जाएं और हम अपनी राह पर चलें - ये सिर्फ इसकी प्रेरणा नहीं देता था, इससे कहीं आगे था. आजादी की लड़ाई इस मातृभूमि को भी मुक्त कराने की जंग थी.'
PM मोदी ने बंकिम चंद्र चटर्जी को किया याद
PM मोदी ने कहा, 'देश आत्मनिर्भर बने. 2047 में विकसित भारत बनाकर रहें. इस संकल्प को दोहराने के लिए वंदे मातरम बहुत बड़ा अवसर है. वंदे मातरम की इस यात्रा की शुरुआत बंकिम चंद्र जी ने 1875 में की थी. गीत ऐसे समय लिखा गया था जब 1857 में स्वतंत्रता संग्राम के बाद अंग्रेज सल्तनत बौखलाई हुई थी. भारत पर जुल्म जारी था. उस समय जो उनका राष्ट्रीय गीत था - 'गॉड सेव द क्वीन' इसको घर घर पहुंचाने का षडयंत्र चल रहा था.
यहां कोई पक्ष-प्रतिपक्ष नहीं- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में 'वंदे मातरम्' की 150वीं वर्षगांठ पर कहा, "यही वंदे मातरम् है जिसने 1947 में देश को आज़ादी दिलाई. स्वतंत्रता संग्राम का भावात्मक नेतृत्व इस वंदे मातरम् के जयघोष में था... यहां कोई पक्ष-प्रतिपक्ष नहीं है, हम सबके लिए यह रण स्वीकार करने का अवसर है, जिस वंदे मातरम् के कारण हमारे लोग आजादी का आंदोलन चला रहे थे उसी का परिणाम है कि आज हम सब यहां बैठे हैं."
तब देश आपातकाल के जाल में जकड़ा हुआ था- पीएम मोदी
Vande Mataram: हमारे लिए यह गर्व की बात- PM मोदी
वंदे मातरम पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के आज़ादी के आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस वंदे मातरम् का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है.
हमारे लिए यह गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं.
वंदे मातरम के 100 साल पर देश का काला कालखंड यानी आपातकाल चल रहा था- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जिस वंदे मातरम के गीत ने देश को आजादी की ऊर्जा दी, इसके 100 साल पर देश का काला कालखंड यानी आपातकाल चल रहा था. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
वंदे मातरम ने आजादी के आंदोलन को ऊर्जा दी- पीएम मोदी
PM मोदी ने वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत की. इस दौरान PM ने कहा, हम ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं. इस मंत्र ने आजादी के आंदोलन को ऊर्जा दी.
यहां सुनें पीएम मोदी का पूरा भाषण LIVE:
लोकसभा में प्रमुख दलों को आवंटित अनुमानित समय
वंदे मातरम पर बहस के लिए लोकसभा में प्रमुख दलों को आवंटित अनुमानित समय:
कुल समय: 600 मिनट
भाजपा: 264 मिनट
कांग्रेस: 108 मिनट
संसद पहुंचे पीएम मोदी
लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी पहुंच गए हैं. सांसद वंदे मातरम के नारे लगा रहे हैं.
Vande Mataram Live Updates: गाने से ज्यादा निभाने की जरूरत- वंदे मातरम पर बहस से पहले बोले अखिलेश यादव
Vande Mataram Updates: वंदे मातरम पर नहीं बोलेंगे राहुल गांधी
वंदे मातरम पर चर्चा आज शुरू हो रही है. इस चर्चा में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी भाग नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी का भाषण जरूर सुनें.
Vande Mataram Discussion LIVE: आज पूरा देश वंदे मातरम गा रहा है- दिनेश शर्मा
लोकसभा में 'वंदे मातरम' पर बहस पर भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, 'यह निश्चित रूप से गर्व के साथ-साथ हर्ष और उल्लास का दिन है. जिस तरह से प्रधानमंत्री ने इस देश की आजादी के लिए संवाद का नेतृत्व किया है, उसी तरह जिन क्रांतिकारियों ने कभी वंदे मातरम के नारे से प्रेरणा ली थी, वे आज उस राष्ट्रगीत को जन-जन का गीत बनाने की ओर अग्रसर हैं... आज पूरा देश वंदे मातरम गा रहा है... यह हिंदुओं या मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि एक संवाद और राष्ट्रीय गौरव का गीत है. आज लोकसभा और राज्यसभा में होने वाला संवाद निस्संदेह देश में एक नए इतिहास के निर्माण का साक्षी बनेगा.'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर वे कहते हैं, '...अगर वह कहते हैं कि किसी भी घुसपैठिये को रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी, तो वे नहीं रहेंगे... उत्तर प्रदेश कोई धर्मशाला नहीं है जहां कोई भी म्यांमार, बांग्लादेश या पाकिस्तान से आकर रहे, खाए-पीए, लूटे, उगाही करे, आतंक फैलाए और फिर चला जाए. अब उन्हें यहां आने की ज़रूरत ही नहीं है. अगर वे आते हैं, तो यह विश्रामगृह नरक साबित होगा. इसीलिए डिटेंशन सेंटर बनाए जा रहे हैं और उनके खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जा रही है.'
Parliament LIVE Updates: वंदे मातरम पर चर्चा से पहले हंगामे के आसार
लोकसभा में 12 बजे कांग्रेस सांसद इंडिगो का मामला उठाएंगे. नागरिक उड्डयन मंत्री के जवाब की मांग करेंगे. यानी वंदे मातरम पर चर्चा शुरू होने और पीएम के भाषण से पहले हंगामा होने की संभावना है.
Parliament LIVE: कांग्रेस महिला विरोधी है- कंगना रनौत
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने वंदे मातरम पर चर्चा से पहले कहा, 'इस गाने ने अंग्रेजी हुकूमत को ध्वस्त किया. लेकिन कांग्रेस ने इस महिला विरोधी बनाया. दुर्गा मां के अस्तित्व को गाने से हटा दिया. कांग्रेस महिला विरोधी है.'
संसद में दोनों पक्षों से कौन-कौन बोलेगा?
वंदे मातरम पर बहस के लिए बीजेपी के प्रस्तावित वक्ता-
पीएम मोदी
अनुराग ठाकुर
बिप्लब देब
बांसुरी स्वराज
संबित पात्रा
तेजस्वी सूर्या
संतोष पांडेय
सौमित्र खान
राजनाथ सिंह
वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर संसद में चर्चा के लिए कांग्रेस के वक्ता-
गौरव गोगोई
प्रियंका गांधी वाड्रा
दीपेंद्र हुड्डा
डॉ. बिमोल अकोइजम
प्रणीति शिंदे
प्रशांत पडोले
चमाला किरण रेड्डी
ज्योत्सना महंत
Vande Mataram Live Updates: लोकसभा में 12 बजे वंदे मातरम पर बोलेंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री आज दोपहर करीब 12 बजे लोकसभा में वंदे मातरम पर बोलेंगे.
Vande Mataram: कुछ लोग वंदे मातरम में विश्वास नहीं रखते- गिरिराज सिंह
लोकसभा में आज 'वंदे मातरम' पर चर्चा से पहले भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा, 'कुछ लोग 'वंदे मातरम' में विश्वास नहीं रखते, लेकिन वे बाबरी मस्जिद में विश्वास रखते हैं... मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखे जाने पर गिरिराज सिंह ने कहा, हुमायूं कबीर ने नहीं, बल्कि ममता बनर्जी ने यह काम करवाया है. यह एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया है और ममता बनर्जी को अब इसके परिणाम भुगतने होंगे.'
Vande Mataram Discussion: यह चर्चा किसी राजनीतिक एजेंडे में न बदले- प्रियंका चतुर्वेदी
प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद में वंदे मातरम पर होने वाली चर्चा को लेकर कहा, 'यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री वंदे मातरम पर चर्चा करेंगे. वंदे मातरम और जय हिंद देश की संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े नारे हैं. वही सरकार जिसने राज्यसभा में इन नारों के इस्तेमाल पर रोक लगाने का नोटिफिकेशन जारी किया था, जब वही इस पर चर्चा करती है तो यह हास्यास्पद लगता है. मैं उम्मीद करती हूँ कि वंदे मातरम पर व्यापक चर्चा होगी. यह चर्चा किसी राजनीतिक एजेंडे में न बदल जाए, खासकर पश्चिम बंगाल चुनाव को ध्यान में रखते हुए. चर्चा राजनीति से ऊपर उठकर देश को प्राथमिकता दे.'
Vande Mataram Discussion LIVE: समाजवादी पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद ने इस चर्चा को महत्वपूर्ण बताया
संसद में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर होने वाली चर्चा का समाजवादी पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद ने स्वागत किया और इसे 'ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण' बताया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इस चर्चा में भाग लेगी. CPI नेता डी राजा के बयान पर उन्होंने कहा, 'यह उनकी अपनी विचारधारा और व्यक्तिगत सोच हो सकती है. बीजेपी को सिर्फ देश की जटिल समस्याओं पर चर्चा नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें हल करने की योजना भी बनानी चाहिए. यही आज देश की स्थिति है...'
ममता सरकार ने बंकिम चंद्र चटर्जी की विरासत की उपेक्षा की- परपोते सजल चट्टोपाध्याय
वंदे मातरम के रचयिता बंकिम चंद्र चटर्जी की विरासत को लेकर आज संसद में चर्चा होनी है. उनके परपोते सजल चट्टोपाध्याय ने NDTV से कहा कि केंद्र सरकार उनके परिवार से संपर्क में है और सुझाव मांग रही है, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने उनकी विरासत की उपेक्षा की है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार वंदे मातरम का राजनीतिक इस्तेमाल करती है, लेकिन परिवार से कभी संवाद नहीं करती. सजल ने यह भी प्रस्ताव रखा कि देश में ‘बंकिम भवन’ और एक विश्वविद्यालय का निर्माण होना चाहिए ताकि उनकी विरासत को संरक्षित किया जा सके. उन्होंने याद दिलाया कि 2018 में अमित शाह ने परिवार से मुलाकात की थी, जब कोई चुनाव नहीं था.
कांग्रेस से बोलेंगे इतने वक्ता
वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर संसद में चर्चा के लिए कांग्रेस के वक्ता-
गौरव गोगोई
प्रियंका गांधी वाड्रा
दीपेंद्र हुड्डा
डॉ. बिमोल अकोइजम
प्रणीति शिंदे
प्रशांत पडोले
चमाला किरण रेड्डी
ज्योत्सना महंत
सरकार की ओर कौन-कौन बोलेगा?
वंदे मातरम पर बहस के दौरान बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी शुरुआत करेंगे और संबित पात्रा भी बोलेंगे.
Parliament Live Updates: वंदे मातरम पर चर्चा से पहले बोले भाजपा सांसद संबित पात्रा
संसद में वंदे मातरम पर बहस पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, 'आइए हम उन दिनों को फिर से जीने का प्रयास करें जब हमारे पूर्वजों ने वंदे मातरम का नारा लगाते हुए इस देश के लिए खून बहाया था. मुझे पता है कि सोनिया गांधी इसकी आलोचना कर सकती हैं, लेकिन सच तो सच है... सचिव भट्टाचार्य की पुस्तक में नेहरू के बारे में तीन बातें उल्लेखनीय हैं: पहला, उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से छह दिन पहले आनंद मठ का अंग्रेजी संस्करण पढ़ा, हालांकि उस समय इसका भारतीय भाषाओं में अनुवाद हो चुका था... अगर किसी को इतना (वंदे मातरम) समझने के लिए शब्दकोश की ज़रूरत है, तो वह विरासत बनाने वाले नहीं हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात, उन्होंने कहा कि वंदे मातरम मुसलमानों को नाराज करेगा. यह नेहरू की धर्मनिरपेक्षता की झूठी भावना थी. जब संसद में वंदे मातरम पर चर्चा होगी, तो मुझे लगता है कि नेहरू की विरासत फिर से बहस और चर्चा का विषय बनेगी और शायद उजागर भी हो.
संसद में वंदे मातरम पर बहस पर बोले CPI नेता डी राजा
संसद में वंदे मातरम पर बहस पर सीपीआई के वरिष्ठ नेता डी राजा ने कहा, 'देखते हैं कि चर्चा कैसी होती है क्योंकि भाजपा-आरएसएस अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि वे राष्ट्रवादी हैं और दूसरे नहीं. आरएसएस की क्या भूमिका थी? क्या उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था? क्या उन्होंने देश की आज़ादी के लिए काम किया था? नहीं. आज़ादी के बाद के भारत में, कई सालों बाद, वे किसी तरह सत्ता में आए. हमारी पार्टी भाजपा-आरएसएस की संयुक्त प्रतिक्रिया का सीधा जवाब देगी और उनकी मंशा और उद्देश्य पर सवाल उठाएगी. बहस होने दीजिए और भाजपा अपना पक्ष कैसे रखती है, यह देखने दीजिए. हम देखेंगे.'
क्या है वंदे मातरम का मतलब?
वंदे मातरम का मतलब है- मैं मां को नमन करता हूं... या फिर भारत माता मैं तेरी स्तुति करता हूं. इसीलिए इसे भारत माता का गीत भी कहा जाता है. इसमें वंदे संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका मतलब नमन करना होता है, वहीं मातरम इंडो-यूरोपीय शब्द है, जिसका मतलब 'मां' होता है. मातृभूमि के प्रति सम्मान जताने के लिए इस गाने का इस्तेमाल होता है.
वंदे मातरम पर आज से टकराव की संभावना
शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक पहले एक राजनीतिक टकराव शुरू हो गया था, जब राज्यसभा सचिवालय ने कहा था कि सांसदों को संसद के अंदर 'वंदे मातरम' और 'जय हिंद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. विपक्ष ने भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए पर भारत की आजादी और एकता के प्रतीकों से असहज होने का आरोप लगाया. संसद का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा और आज से ‘वंदे मातरम' पर चर्चा की शुरुआत होगी, क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इस गाने को लेकर अलग-अलग राय है.













