पेपर लीक करने वालों के लिए मिसाल बनेगी UP सरकार की कार्रवाई: CM योगी

सीएम योगी ने पेपर लीक मामले (CM Yogi On UP Paper Leak) में यूपी सरकार ने इस प्रकरण में शामिल आरोपियों की पहचान करने और बाद में उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिया है.

Advertisement
Read Time: 3 mins

यूपी पेपर लीक मामले पर सीएम योगी की दो टूक. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को यूपी सरकार ने पेपर लीक (UP Paper Leak) की खबर सामने आने के बाद रद्द कर दिया है. इस पूरे मामले की जांच के लिए यूपी सरकार ने एक विशेष टीम गठित की है. इसके साथ ही सीएम योगी ने सख्ती लहजे में कहा है कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, इस तरह के लोगों पर यूपी सरकार की कार्रवाई नजीर बनेगी. उन्होंने साफ कहा कि सरकार ने पहले दिन से संकल्प लिया था कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी पूर्वक आगे नहीं तो रही है तो यह युवाओं के साथ खिलवाड़ है, यह युवाओं की प्रतिभा को पलायन के लिए मजबूर करता है. युवाओं के साथ अन्याय राष्ट्रीय पाप है.

Advertisement

ये भी पढ़ें-उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द की गई, पेपर लीक के लगे थे आरोप

पेपर लीक करने वालों पर जीरो टॉलरेंस की नीति

सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने पहले दिन से ही तय कर लिया था कि युवाओं के जीवन और उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वालों से जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाकर सख्ती से कार्रवाई करेंगे. जो भी युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, ऐसे तत्वों से सख्ती और कठोर तरीके से निपटा जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले भी कार्रवाई शुरू की थी, शुरू की है और अब एक बार फिर कार्रवाई करने जा रही है.

"ऐसे लोग अब न घर के रहेंगे, न घाट के"

सीएम योगी ने कहा कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने के लिए भी तकनीकी का उपयोग किया जाता है. वह कभी कभी सोचते हैं कि अगर ऐसे लोग भी सकारात्मक सोच रखते तो कभी गलत काम नहीं करते बल्कि सही दिशा में आगे बढ़ते और खुशहाल जीवन बिताते. इसके साथ ही यूपी के सीएम ने शख्त लहजे में कहा कि ऐसे लोग अब न घर के रहेंगे, न घाट के रहेंगे, क्योंकि अब तो सरकार ऐसे तत्वों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करेगी. जो भी युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा, उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि वह नजीर बन जाए.

Advertisement

"पेपर लीक करने वालों को मिलेगी सख्त सजा"

सीएम योगी ने पेपर लीक मामले में यूपी सरकार ने इस प्रकरण में शामिल आरोपियों की पहचान करने और बाद में उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिया है. परीक्षा रद्द करने का आदेश देने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि, "@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 6 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं. परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है."

Advertisement

ये भी पढ़ें-यूपी-दिल्ली में सीट शेयरिंग पर मुहर, लेकिन अभी खत्म नहीं हुईं कांग्रेस की मुश्किलें

Topics mentioned in this article