पाकिस्तानी आतंकियों के मॉड्यूल को लेकर बड़ा खुलासा.
पहलगाम हमले के बाद ग्राउंड जीरो पर मौजूद NDTV इंडिया की टीम ने आतंकियों के जिस टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया है, उसकी एक एक बात हैरान कर रही है. चौंकाती है. सवाल उठ रहा है कि ये आतंकी अचानक मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम के बैसरन में कैसे पहुंचे. कत्लेआम के बाद वे कहां हैं. टेरर मॉड्यूल के इस खुलासे ने दहशतगर्दोंं की आतंक कुंडली खोलकर रख दी है. NDTV के हाथ उस गुफा का एक्सक्लूसिव वीडियो लगा है, जिसे इस मॉड्यूल के आतंकी छिपने के लिए इस्तेमाल करते रहे थे. मॉड्यूल पर मिली इस एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक ये आतंकी बड़े हमले के बाद जंगल में इसी तरह की गुफा में छिप जाते हैं और फिर अपने आकाओं के अगले आदेश का इंतजार करते हैं. माना जा रहा है पहलगाम में 26 सैलानियों की हत्या के बाद आतंकी जंगल में ही मौजूद अपने किसी ठिकाने में छिपे हो सकते हैं. देखिए आतंकियों की गुफा का वीडियो...
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NDTV को पता चला है कि आतंकियों का ये मॉड्यूल काफी समय से घाटी में एक्टिव है. इस मॉड्यूल को सीधे पाकिस्तान में बैठा लश्कर का चीफ हाफिज सईद और डिप्टी चीफ सैफुल्ला हैंडल कर रहे हैं. गुफा का यह वीडियो इस बात का साफ सबूत है कि कश्मीर घाटी के जंगलों में आतंकी कैसे बिल बनाकर छिपे रहते हैं. मॉड्यूल के बारे में भी यही बात सामने आई है. आतंकी बड़े हमले के बाद इन गुफाओं में छिप जाते हैं. मामला थोड़ा ठंडा पड़ने के बाद वे अपने आकाओं के संपर्क में आते हैं और फिर अगले आदेश का इंतजार करते हैं. पाकिस्तान में बैठा हाफिज उन्हें अगला आदेश देता है. टेटर मॉड्यूल की यह एक्सक्लूसिव डीटेल्स पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को भी बेनकाब करती है.
कश्मीर में मॉड्यूल की टेरर फाइल
- अक्टूबर 2024: बूटा पथरी में आतंकी हमले में सेना के 2 जवानों समेत 4 लोग मारे गए थे.
- अक्टूबर 2024: सोनमर्ग में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ. टनल में काम कर रहे 6 मजदूर समेत एक डॉक्टर की मौत.
- दिसंबर 2024: सुरक्षाबलों ने दाचीगाम में इस मॉड्यूल के एक आतंकी जुनैद अहमद भट्ट को मार गिराया.
- लश्कर से जुड़ा आतंकी जुनैद अहमद भट्ट कुलगाम का रहने वाला था और A+ कैटेगरी का आतंकी था.
आतंकियों का 'पाताल लोक'
लश्कर-ए- तैयबा के मॉड्यूल के आतंकी जंगलों में एक खास तरह के हाइड आउट में छिपते हैं. गुरुवार को सुरक्षा बलों ने एक ऐसे ही हाइड आउट का भंडाफोड़ किया. जहां पर हमले के बाद आतंकी सुरक्षा बलों की नजरों से ओझल होकर छिप जाते हैं. लश्कर-ए- तैयबा का ये मॉड्यूल बेहद खतरनाक है. इसमें शामिल आतंकी हाइली ट्रेंड हैं. इनके पास एडवांस हथियारों की ट्रेनिंग है. घाटी में एक बड़े हमले के बाद ये लोग अंडरग्राउंड हो जाते हैं और जंगलों में रहते है.
पहलगाम में कैसे मारे गए सैलानी?
- आतंकियों ने बैसरन घाटी में तीन जगहों पर फायरिंग की
- एक जगह पर 5 लोगों को इकठ्ठा कर एक साथ मारा
- एक जगह मैदान में 2 लोगों को मारा
- बाकी लोगों को घाटी के आसपास फैंसिंग में मारा गया
- फैंसिंग कूदकर भागने वाले लोग बचने में कामयाब रहे
- मारने से पहले आतंकियों ने लोगों से बात भी की थी
आतंकियों के मॉड्यूल में कौन-कौन शामिल?
इस मॉड्यूल में अधिकतर फॉरेन टेररिस्ट हैं. हलांकि इसमें कुछ कश्मीर के लड़के भी शामिल हैं. इसके साथ कश्मीर के कुछ OGW (ओवर ग्राउंड वर्कर्स भी शामिल है). आतंकियों के इस मॉड्यूल को सीधे पाकिस्तान में बैठा लश्कर का चीफ हाफिज सईद और डिप्टी चीफ सैफुल्ला हैंडल कर रहे है. इसके पीछे पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है. अब इस गुट के 4-5 आतंकियों की तलाश की जा रही है, जिनमें हाशिम मूसा, अली भाई उर्फ तल्हा, हुसैन ठोकर शामिल हैं.