प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि ‘अग्निपथ' योजना का क्रियान्वयन तीनों सेनाओं में युवाओं की उपस्थिति बनाए रखने की दिशा में किये गये प्रमुख सुधारों में से एक है. रक्षा मंत्रालय के अनुसार रविवार को ओडिशा में स्थित भारतीय नौसेना के प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र आईएनएस चिल्का में आयोजित एक कार्यक्रम में अग्निवीरों को संबोधित करते हुए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) ने कहा, ‘‘अग्निपथ योजना का क्रियान्वयन तीनों सेनाओं में युवाओं की उपस्थिति बनाए रखने और कुशल, अनुशासित एवं प्रेरित युवाओं के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की दिशा में किये गये प्रमुख सुधारों में से एक है.
जनरल चौहान ने अग्निवीरों से तकनीकी रूप से कुशल समुद्री योद्धा बनने के लिए प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने रविवार को कहा कि 'अग्निपथ योजना' का कार्यान्वयन सेवाओं में युवा प्रोफ़ाइल बनाए रखने की दिशा में प्रमुख सुधारों में से एक रहा है.
उन्होंने भारतीय नौसेना के प्रमुख प्रारंभिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का में अग्निवीरों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. सीडीएस ने कहा कि योजना का कार्यान्वयन "कुशल, अनुशासित और प्रेरित युवा प्रदान करके सेवाओं और राष्ट्र निर्माण में युवा प्रोफ़ाइल बनाए रखने" की दिशा में प्रमुख सुधारों में से एक रहा है.
नौसेना में अग्निवीर प्रशिक्षण के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए आईएनएस चिल्का की अपनी यात्रा के दौरान, सीडीएस ने प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे का एक संक्षिप्त दौरा किया. सीडीएस को भारतीय नौसेना के भविष्य के समुद्री योद्धाओं को आकार देने में आईएनएस चिल्का द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानकारी दी गई. इसके अलावा, अग्निवीर प्रशिक्षण गतिविधियों का अवलोकन और चिल्का में अब तक प्रशिक्षित बैचों का विश्लेषण भी प्रदान किया गया.